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जयपुर में आयी रहस्यमय खांसी, इस वायरस से हजारों लोग प्रभावित, रोज आ रहे 700 से ज्यादा मरीज

 
जयपुर में आयी रहस्यमय खांसी, इस वायरस से हजारों लोग प्रभावित, रोज आ रहे 700 से ज्यादा मरीज

जयपुर न्यूज़ डेस्क, राजधानी जयपुर में इन दिनों लोग एक रहस्यमयी बीमारी के शिकार हो रहे हैं। मौसम परिवर्तन होने के कारण बुखार, जुखाम और गले में खरास की शिकायतें तो हर बार सामने आती है जो चार पांच दिन बाद ठीक हो जाते हैं। इन दिनों बुखार और जुकाम के साथ खांसी भी आ रही है जो दवाई देने के बाद भी ठीक नहीं हो रही। अमूमन जब किसी मरीज को खांसी की बीमारी होती है तो डॉक्टर द्वारा दवाई दिए जाने पर तीन चार दिन में खांसी कम हो जाती है लेकिन इस बार दवाई लेने के बावजूद दो सप्ताह तक खांसी पीछा नहीं छोड़ रही। सूखी खांसी से प्रदेश के हजारों मरीज परेशान हो रहे हैं।

खांसी के साथ उल्टियां हो रही, सीने और पसलियों में दर्द की शिकायतें

सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज जयपुर के जनरल मेडिसिन डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर डॉ. पुनीत सक्सेना का कहना है कि बुखार, जुकाम और गले की खराश की शिकायतें लेकर मरीज रोजाना अस्पताल पहुंच रहे हैं। सिर्फ जयपुर में प्रतिदिन 700 से ज्यादा मरीज जुकाम और खांसी से ग्रसित पाए जा रहे हैं। डॉ. सक्सैना का कहना है कि इन दिनों मरीजों को जो खांसी आ रही है, वह 15 से 20 दिन बाद भी मुश्किल से ठीक हो रही है। तेज खांसी के साथ कई मरीजों को उल्टियां भी हो रही है। साथ ही सीने और पसलियों में दर्ज की शिकायतें भी सामने आ रही है।

सामान्य से अलग है यह वायरस

डॉक्टर सक्सेना का कहना है कि आमतौर पर जब मौसम बदलता है तो मौसमी बीमारियां अक्सर लोगों को चपेट में ले लेती हैं। सामान्य तौर पर मौसमी बीमारियों के दौरान मरीज एच3एन3 वायरस की चपेट में आते हैं। या यूआरआई और पैरा इन्फ्लूएंजा वायरस लोगों को घेर लेता है लेकिन इन दिनों जो वायरस सामने आ रहा है। वह डिटेक्ट नहीं हो पा रहा है। यह कोई नया वायरस है जो सामान्य से ज्यादा परेशान कर रहा है।

कोविड और दूसरे वायरस की रिपोर्ट नेगेटिव

रहस्यमयी खांसी वाले मरीजों की कोविड जांच भी करवाई जा रही है। जो कि नेगेटिव आ रही है। सामान्य वायरस की चपेट में आने वाले मरीज भी करीब एक सप्ताह में ठीक हो जाते हैं लेकिन खांसी जुकाम के जो केस इन दिनों सामने आ रहे हैं। उनमें मरीजों को काफी दिक्कत आ रही है। खांसी के साथ उल्टियां होना और सीने के साथ पसलियों में तेज दर्द होना चिंताजनक है। फिलहाल ऐसे मरीजों को एडमिट नहीं किया जा रहा है क्योंकि मरीजों के लंग्स इफेक्ट नहीं हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि मौसमी बीमारियों का असर आगामी दिनों में ज्यादा देखने को मिल सकता है।