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छात्रा सुसाइड मामले में बड़ी कार्रवाई, CBSE ने जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल की मान्यता रद्द की

 
छात्रा सुसाइड मामले में बड़ी कार्रवाई, CBSE ने जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल की मान्यता रद्द की

जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल को लेकर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने बड़ा फैसला लिया है। CBSE ने मंगलवार को स्कूल की सीनियर सेकेंडरी स्तर तक की मान्यता (संबद्धता) को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है। यह कार्रवाई स्कूल की एक छात्रा द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले के बाद की गई है, जिससे शिक्षा जगत में हड़कंप मच गया है।

जानकारी के अनुसार, छात्रा की आत्महत्या के बाद स्कूल प्रशासन की भूमिका और स्कूल में पढ़ाई के माहौल को लेकर गंभीर सवाल खड़े हुए थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए CBSE ने स्कूल के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए उसकी सीनियर सेकेंडरी मान्यता समाप्त करने का निर्णय लिया। बोर्ड का कहना है कि छात्रों की सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य और शैक्षणिक वातावरण से किसी भी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

CBSE की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि स्कूल की संबद्धता तत्काल प्रभाव से रद्द की जा रही है। इसका सीधा असर स्कूल में कक्षा 11वीं और 12वीं में पढ़ने वाले छात्रों पर पड़ेगा। अब इन छात्रों के भविष्य और आगे की पढ़ाई को लेकर अभिभावकों में चिंता बढ़ गई है। माना जा रहा है कि बोर्ड छात्रों के हित में आगे कोई वैकल्पिक व्यवस्था या दिशा-निर्देश जारी कर सकता है।

छात्रा की आत्महत्या के मामले में पहले ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस जांच में जुटी हुई है। वहीं, शिक्षा विभाग और CBSE स्तर पर भी स्कूल की कार्यप्रणाली, नियमों के पालन और छात्रों पर पड़ने वाले मानसिक दबाव की जांच की जा रही थी। इसी जांच के बाद बोर्ड ने यह कड़ा फैसला लिया है।

इस कार्रवाई के बाद शिक्षा जगत और अभिभावकों के बीच स्कूलों में बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और काउंसलिंग व्यवस्था को लेकर फिर से बहस तेज हो गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि स्कूलों की जिम्मेदारी केवल शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि छात्रों की भावनात्मक और मानसिक सुरक्षा भी उतनी ही जरूरी है।

फिलहाल नीरजा मोदी स्कूल प्रबंधन की ओर से इस फैसले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। वहीं, CBSE के इस कदम को कई लोग छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने वाला सख्त लेकिन जरूरी फैसला बता रहे हैं। अब सबकी नजर इस बात पर है कि बोर्ड आगे छात्रों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए क्या कदम उठाता है।