करोड़ों की लागत से बने अजमेर जिला न्यायालय के लिफ्ट में फंसे वकील और आम लोग, काफी मशक्कत के बाद निकाले गए
राजस्थान में अजमेर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट की चमचमाती नई बिल्डिंग में एक बार फिर लिफ्ट खराब हो गई, जिससे हर कोई हैरान रह गया। यह घटना बुधवार शाम करीब 5 बजे हुई जब CJM कोर्ट के पास दूसरी मंजिल पर लिफ्ट अचानक रुक गई, जिससे तीन वकील और एक नागरिक फंस गए। यह घटना हाल ही में करोड़ों रुपये की लागत से बनी नई बिल्डिंग की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाती है।
फंसने के बाद फैली अफरा-तफरी
घबराए लोगों ने इमरजेंसी सायरन बजाया। बाहर खड़े वकीलों ने समझदारी से काम लिया और जजों को बताया। जस्टिस विक्रांत गुप्ता और मजिस्ट्रेट तुरंत मौके पर पहुंचे। कोर्ट स्टाफ ने मदद के लिए लिफ्ट बनाने वाली कंपनी को बुलाया। टेक्नीशियन जल्दी पहुंचे और लिफ्ट को हाथ से खोलना शुरू किया। 20 मिनट की मशक्कत के बाद फंसे हुए लोगों को हाथ पकड़कर सुरक्षित निकाला गया। अगर वकीलों की सतर्कता न होती, तो हालात और भी खराब हो सकते थे।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
लिफ्ट खराब होने की यह पहली घटना नहीं है। कुछ दिन पहले भी इसी लिफ्ट में एक वकील फंस गया था। हालांकि, मेंटेनेंस में लापरवाही जारी है। नई बिल्डिंग का अभी उद्घाटन हुआ है, लेकिन ऐसी खराबी कोर्ट जैसे बिज़ी और सेंसिटिव एरिया के लिए खतरा हैं।
कैंपस में मौजूद वकीलों ने गुस्सा दिखाते हुए कहा कि अगर समय पर जानकारी नहीं मिलती और जजों ने तुरंत एक्शन नहीं लिया होता तो एक बड़ी घटना टाली जा सकती थी।
तुरंत जांच और मरम्मत की ज़रूरत है।
घटना के बाद वकीलों ने ज़ोरदार विरोध किया। उनका कहना है कि कोर्ट में हर दिन हज़ारों लोग आते हैं, इसलिए लिफ्ट का भरोसेमंद होना बहुत ज़रूरी है। वे मांग कर रहे हैं कि लिफ्ट की रेगुलर जांच की जाए और दिक्कतों को ठीक करने के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं।
