2 October को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, भूलकर भी न करें ये 5 काम
जयपुर न्यूज़ डेस्क, साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2024) 02 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन लगने जा रहा है. खगोलीय घटनाओं में इसे अब तक की सबसे खूबसूरत घटना माना जा रहा है. जिसमें सूर्य की छवि कुछ देर के लिए चंद्रमा के पीछे ढक जाती है. इसे ही सूर्य ग्रहण (Surya Garahan 2024) कहा जाता है. पहला ग्रहण 8 अप्रैल को लगा था. आखिरी सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, लेकिन यह भारत से बाहर के देशों में दिखाई देगा. तो जाहिर तौर पर वहां रहने वाले भारतीयों के लिए यह खबर काम की हो सकती है. क्योंकि इसमें सूर्य ग्रहण और 12 घंटे पहले लगने वाले सूतक काल के बारे में जानकारी दी गई है, जो उपयोगी साबित हो सकती है.
कब लगेगा सूर्य ग्रहण
साल 2024 का आखिरी सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को लगने जा रहा है. यह सूर्य ग्रहण रात 9:13 बजे शुरू होगा और 3 अक्टूबर को सुबह 03:17 बजे खत्म होगा. ऐसे में सूर्य ग्रहण के दौरान कई ऐसी चीजें हैं जिन्हें करना वर्जित माना जाता है. इस दौरान कुछ सावधानियां भी हैं जिन्हें बरतना बेहद जरूरी है.
सूर्य ग्रहण के दौरान बरतें ये सावधानियां
सूतक काल का पालन : सूर्य ग्रहण के दौरान सूतक काल 12 घंटे पहले ही लग जाता है. इस दौरान सारा ध्यान भगवान की पूजा-अर्चना पर लगाना चाहिए.साथ ही मंदिर के दरवाजे और मूर्तियों को छूने से भी बचना चाहिए.
गर्भवती महिलाओं की सावधानी : सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से सावधान रहना चाहिए. उन्हें घर के अंदर ही रहना चाहिए. ग्रहण की छाया उन पर या उनके पैदा होने वाले बच्चे पर नहीं पड़नी चाहिए. क्योंकि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इससे दोनों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है.
पूजा स्थान को ढकें : ऐसा कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान भगवान को बहुत कष्ट होता है, ऐसे में घर के पूजा स्थल और मंदिर को पर्दे से ढक कर रखना चाहिए ताकि उसकी पवित्रता बनी रहे.
गोबर या उर्वा रखेः हिंदू धर्म में गाय को सबसे पूजनीय माना जाता है. इसलिए जब सूतक काल शुरू हो जाए तो घर में मौजूद सभी उपयोगी वस्तुओं पर गाय का गोबर हल्का-सा लगा दें. इससे उनकी पवित्रता बनी रहेगी.
खाना-पीना न करें: ग्रहण के दौरान किसी भी तरह का भोजन या पानी पीने से बचना चाहिए, धार्मिक मान्यता के अनुसार ऐसा करना सही माना जाता है.
तुलसी के पत्तों का उपयोग :ग्रहण के दौरान खाद्य पदार्थों पर तुलसी के पत्ते रखें ताकि वे ग्रहण की काली छाया से सुरक्षित रहें.
गंगाजल का छिड़काव : ग्रहण समाप्ति के बाद पूरे घर में गंगाजल छिड़कें ताकि नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव समाप्त हो जाए.
इसलिए, सूर्य ग्रहण के दौरान उपरोक्त सावधानियों का पालन करना महत्वपूर्ण है, ताकि आप और आपका परिवार सुरक्षित और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर रहें.