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जोधपुर में शहर को मिलेगी जाम से राहत, 669 करोड़ की लागत से बनेगी एलिवेटेड रोड, भूमि अधिग्रहण का गजट नोटिफिकेशन जारी

जोधपुर में शहर को मिलेगी जाम से राहत, 669 करोड़ की लागत से बनेगी एलिवेटेड रोड, भूमि अधिग्रहण का गजट नोटिफिकेशन जारी
 
जोधपुर में शहर को मिलेगी जाम से राहत, 669 करोड़ की लागत से बनेगी एलिवेटेड रोड, भूमि अधिग्रहण का गजट नोटिफिकेशन जारी

शहरवासियों के लिए बड़ी राहत की खबर सामने आई है। लंबे समय से प्रतीक्षित एलिवेटेड रोड परियोजना को अब धरातल पर उतारने की तैयारी शुरू हो गई है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण का गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसके साथ ही परियोजना के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है।

फाइनेंशियल बिड खुलने के बाद यह भी तय हो गया है कि इस एलिवेटेड रोड का निर्माण 669 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। यह फोरलेन एलिवेटेड रोड महामंदिर से आखलिया तिराहे तक बनाई जाएगी, जिसकी कुल लंबाई 7.633 किलोमीटर होगी। अधिकारियों के अनुसार, आगामी दो माह के भीतर निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है।

यह एलिवेटेड रोड शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में बड़ा बदलाव लाने वाली मानी जा रही है। वर्तमान में महामंदिर से आखलिया तिराहे तक का मार्ग शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में गिना जाता है। यहां दिनभर जाम की स्थिति बनी रहती है, जिससे आमजन के साथ-साथ व्यापारियों और यात्रियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। एलिवेटेड रोड के निर्माण से न केवल ट्रैफिक का दबाव कम होगा, बल्कि शहर के भीतर आवागमन भी कहीं अधिक सुगम और सुरक्षित हो सकेगा।

एनएचएआई अधिकारियों के मुताबिक, भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रभावित जमीन मालिकों को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। गजट नोटिफिकेशन जारी होने के बाद अब जिला प्रशासन और संबंधित विभागों के समन्वय से आगे की कार्रवाई तेज की जाएगी।

इस परियोजना को शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। एलिवेटेड रोड के बनने से न केवल जाम से राहत मिलेगी, बल्कि ईंधन की बचत, समय की बचत और प्रदूषण में कमी जैसे फायदे भी होंगे। साथ ही, शहर के सौंदर्यीकरण और आधुनिक शहरी स्वरूप को भी बढ़ावा मिलेगा।

स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों में इस घोषणा के बाद उत्साह देखने को मिल रहा है। लोगों का कहना है कि यदि निर्माण कार्य समय पर और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा होता है, तो यह परियोजना शहर के यातायात इतिहास में मील का पत्थर साबित होगी।

प्रशासन की ओर से यह भी संकेत दिए गए हैं कि निर्माण के दौरान ट्रैफिक डायवर्जन और सुरक्षा को लेकर विशेष योजना बनाई जाएगी, ताकि आमजन को कम से कम असुविधा हो।