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Jaipur ग्रामीण तहसीलों और कस्बों में पहुंची जीव जागरण धर्म यात्रा, जमकर स्वागत

 
Jaipur ग्रामीण तहसीलों और कस्बों में पहुंची जीव जागरण धर्म यात्रा, जमकर स्वागत 

जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर यह यात्रा वाहनों द्वारा शाकाहार और नशामुक्त रहने का प्रचार करते हुए जयपुर ग्रामीण से जयपुर शहर होते हुए दौसा, सवाईमाधोपुर, करौली, धौलपुर, भरतपुर, तिजारा, अलवर, कोटपुतली से होते हुए 18 फ़रवरी को वापस जयपुर पहुंचेगी। बाबा जयगुरुदेव महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी परम संत बाबा उमाकांत महाराज,उज्जैन आश्रम के मार्गदर्शन में जयपुर संभाग की जीव जागरण धर्म यात्रा शुक्रवार को जयपुर स्थित ठिकरिया आश्रम (अजमेर रोड़) से आरंभ हुई। राजस्थान संगत के ज़िंम्मेदार वैध रामकरण शर्मा और जयपुर संगत के ज़िम्मेदार कन्हैयालाल, ओमशंकर, मोहनलाल, अशोक खंडेलवाल, भँवर सिंह, पुष्पेंद्र की अगुवाई में यात्रा के माध्यम से जयपुर ग्रामीण की तहसीलों और क़स्बों ठिकरिया, महापुरा, कलवाडा, पालड़ी, बगरू शहर, छितरोली, बोबास, हिरनोदा, फुलेरा, जोबनेर, किशनगढ़ रेनवाल, हिंगोनिया और मार्ग में पड़ने वाले सभी क्षेत्रों और ढ़ाणियों में शाकाहार और नशामुक्त का प्रचार करते हुए शाम तक वापस ठिकरिया आश्रम पहुंची। यहां धर्म यात्रा शनिवार को ठिकरिया आश्रम से रवाना होकर जयपुर शहर में प्रचार करते हुए दौसा पहुंचेगी ।

यह यात्रा वाहनों द्वारा शाकाहार और नशामुक्त रहने का प्रचार करते हुए जयपुर ग्रामीण से जयपुर शहर होते हुए दौसा, सवाईमाधोपुर, करौली, धौलपुर, भरतपुर, तिजारा, अलवर, कोटपुतली से होते हुए 18 फ़रवरी को वापस जयपुर पहुंचेगी। इस यात्रा में जयपुर संभाग के जिलों के सैकड़ों प्रेमी लगातार 10 दिन अपने गुरू के संदेशों का प्रचार करेंगे । यात्रा में बाबा उमाकांत महाराज के प्रेमी गाड़ियों से अपने गुरू के द्वारा दिए गए संदेशों से समाज को शाकाहारी, सदाचारी और नशामुक्त रहने के लिए प्रेरित करेंगे और अपील करेंगे कि अभी भी समय है, आने वाली प्राकृतिक आपदाओं से बचा जा सकता है अन्यथा प्रकृति तो तबाही मचाने के लिए तैयार ही है।

वर्तमान समय में बेज़ुबान जानवरों को मारा-काटा जा रहा है, जिनकी चीख-चीत्कार से वातावरण में नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, इनको बनानेवाले भगवान-ख़ुदा नाराज़ होते हैं, जिससे समय-समय पर समस्त संसार में प्राकृतिक प्रकोप जैसे बाढ़, भूकम्प, आगज़नी, अकाल मृत्यु देखे जा रहे हैं। बाबा उमाकांत महाराज, समस्त मनुष्य जाति एवं जीव मात्र के बचाव के लिए निरंतर सभी को शाकाहारी, नशामुक्त रहकर, जीवात्म कल्याण के लिए सच्चे गुरु की खोज के लिए प्रेरित कर रहे हैं और साथ ही उनके अनुयायी देश-विदेश में जीव जागरण धर्म यात्रा, प्रभात फेरी, पर्चे बांटने, बैनर लगाने व प्रेरक संदेशों की लिखाई करने जैसे हर तरीक़े से लोगों को घर-घर जाकर भी समझा रहे हैं ।