JDA जयपुर ने लॉन्च किया बजट फ्रेंडली प्रोजेक्ट! सिर्फ 1000 रूपए में कर सकते है आवेदन, तीन लोकेशन्स में जमीन पाने का सुनहरा मौका
जयपुर में घर का सपना देख रहे लोगों के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने 3 आवासीय योजनाएं लांच की हैं। 756 भूखंडों के लिए अब तक 14 हजार 165 से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। इनमें सबसे अधिक 5,468 आवेदन सरस्वती विहार योजना के लिए आए हैं। दूसरे स्थान पर गंगा विहार योजना है। इसके लिए अब तक 4,900 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। सबसे कम 2,611 लोगों ने यमुना विहार योजना के लिए आवेदन किया है। आवेदन प्रक्रिया 12 जून तक जारी रहेगी। इसके बाद अगले माह 2 जुलाई को ऑनलाइन लॉटरी के जरिए आमजन को भूखंड आवंटित किए जाएंगे।
सरस्वती विहार में अब तक सबसे अधिक आवेदन
दौलतपुरा तहसील रामपुर में नींदड़-बैनाड़ रेलवे स्टेशन से करीब साढ़े 5 किलोमीटर दूर खोरा बिसल के पास स्थित सरस्वती विहार योजना में सबसे अधिक 300 भूखंड आए हैं। इस योजना में 12 मई से 6 जून तक कुल 5,468 आवेदन प्राप्त हुए हैं। अन्य दो योजनाओं की तुलना में इसमें अधिक रुचि देखी जा रही है। योजना की सभी श्रेणियों के लिए चार गुना या उससे अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। इस योजना में जेडीए ने आरक्षित दर 11,000 रुपए प्रति वर्ग मीटर तय की है।
कैसे पहुंचें
सरस्वती विहार आवासीय योजना जयपुर रेलवे स्टेशन से 18.1 किमी दूर है। यहां सड़क मार्ग से दौलतपुर होते हुए मात्र 40 मिनट में पहुंचा जा सकता है। यह योजना दौलतपुरा मार्ग (सीकर रोड) पर स्थित है। दौलतपुरा रामपुर तहसील में नींदड़-बैनाड़ रेलवे स्टेशन से करीब साढ़े 5 किमी दूर खोरा बिसल के पास है।
गंगा विहार में 4,900 आवेदन
जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग से 2.5 किमी दूर जयपुर-दिल्ली रेलवे लाइन के पास बसाई जाने वाली गंगा विहार योजना में कुल 233 भूखंडों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इस योजना में केवल तीन श्रेणियों ईडब्ल्यूएस, एलआईजी और एमआईजी 'ए' के भूखंड हैं। इसके लिए अब तक कुल 4900 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इस योजना में जेडीए ने आरक्षित दर 14,000 रुपए रखी है।
30 मीटर चौड़ी होगी सड़क
गंगा विहार आवासीय योजना कृषि अनाज मंडी बस्सी के पीछे और रेलवे स्टेशन के पास जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग से ढाई किलोमीटर की दूरी पर प्रस्तावित है। 30 मीटर चौड़ी सड़क पर बनने वाली इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया 13 मई से 12 जून तक चलेगी।
कैसे पहुंचें
जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा शुरू की गई गंगा विहार आवासीय योजना जयपुर रेलवे स्टेशन से 33 किलोमीटर दूर है। इस योजना तक जयपुर-आगरा रोड हाईवे से सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है। यह जयपुर-दिल्ली रेलवे लाइन के पास जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग से 2.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
यमुना विहार में एक हजार से भी कम आवेदन
जयपुर-टोंक राष्ट्रीय राजमार्ग पर चाकसू (पुराना चाकसू राजमार्ग) के प्रवेश बिंदु पर स्थित यमुना विहार योजना जयपुर हवाई अड्डे से करीब 27 किलोमीटर दूर है। इस योजना में जेडीए ने कुल 232 भूखंडों के लिए आवेदन मांगे हैं। इसके लिए अब तक कुल 2,611 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इस योजना में जेडीए ने आवासीय आरक्षित दर 15,500 रुपए तय की है। इसके लिए सबसे कम आवेदन (एक हजार से भी कम) प्राप्त हुए हैं।
कैसे पहुंचें
जयपुर रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी 34 किलोमीटर है। यह योजना 90 मीटर चौड़ी मुख्य सड़क पर प्रस्तावित है। यह जयपुर-टोंक राष्ट्रीय राजमार्ग पर चाकसू (पुराना चाकसू राजमार्ग) के प्रवेश बिंदु पर मौजूद है।
विशेषज्ञ ने कहा- सरस्वती विहार सबसे ज्यादा फायदेमंद
प्रॉपर्टी कारोबार और निवेश विशेषज्ञ संजय कुमार दाधीच ने कहा- जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा शुरू की गई इन तीनों योजनाओं में आम जनता का रिस्पांस पहले की योजनाओं की तुलना में काफी कम है। इनमें भी सबसे ज्यादा रिस्पांस सरस्वती विहार योजना में देखने को मिला है। क्योंकि यह योजना जयपुर से महज 18 किलोमीटर दूर है, जो अन्य दो योजनाओं से काफी कम है।
यमुना विहार में कम दिलचस्पी
दाधीच ने बताया कि सरस्वती विहार योजना के साथ ही गंगा विहार योजना भी नेशनल हाईवे से महज ढाई किलोमीटर दूर है। ऐसे में इस योजना में निवेश करना भी आवेदकों के लिए फायदेमंद साबित होगा। हालांकि, इस योजना में भूखंडों की सिर्फ तीन श्रेणियां हैं। यमुना विहार योजना जो जयपुर से करीब 34 किलोमीटर दूर चाकसू के पास है। फिलहाल वहां जमीनों के दाम काफी कम हैं। यही वजह है कि 90 मीटर रोड पर योजना लांच करने के बावजूद आम जनता जयपुर विकास प्राधिकरण की योजना में कम दिलचस्पी दिखा रही है।
जेडीए की साइट पर करना होगा ऑनलाइन आवेदन
आम जनता जेडीए की वेबसाइट पर जाकर इन तीनों योजनाओं के लिए आवेदन कर सकती है। आवेदन के दौरान व्यक्ति को मोबाइल नंबर और ईमेल एड्रेस बताना होगा। 1000 रुपये आवेदन शुल्क के अलावा, व्यक्ति जिस श्रेणी में आवेदन करता है उसके अनुसार पंजीकरण राशि का भुगतान ऑनलाइन या यूपीआई के माध्यम से करना होगा। ईडब्ल्यूएस आवेदक के लिए पंजीकरण शुल्क 10000 रुपये है। एलआईजी के लिए पंजीकरण शुल्क 20 हजार रुपये और एमआईजी ए के लिए 30 हजार रुपये है।
