Jaipur जनाना अस्पताल का नाम बदलकर अब माता यशोदा, चांदपोल सर्किल अब महर्षि वाल्मिकी
जयपुर न्यूज़ डेस्क, हेरिटेज निगम की चार साल में तीसरी साधारण सभा शुक्रवार को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में शांति पूर्ण तरीके से हुई। बैठक में पक्ष और विपक्ष जैसा माहौल नजर नहीं आया। 13 प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुए। पांच जगह के नामों में परिवर्तन किया गया।सभा में जनाना अस्पताल का नाम बदलकर माता यशोदा अस्पताल, पांच बत्ती सर्किल से सिंहद्वार तक जाने वाली सड़क का नाम माता लीलावती मार्ग, 4 नंबर डिस्पेंसरी से एनबीसी तक जाने वाले मार्ग हसनपुरा का हरिपुरा मार्ग, चांदपोल सर्किल का महर्षि वाल्मीकि सर्किल, वार्ड-77 के परमानंद पार्क में स्थित भवन का नाम श्री गुलाबचंद नावरिया भवन किया गया।वाल्मीकि सर्किल पर अब 21 फीट ऊंची महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा लगाने की भी मांग की। डिस्पेंसरी, प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र, स्कूल बिल्डिंगों का रिनोवेशन, मीड-डे मील शुरू करने, वार्डों में 15 दिवस के लिए 10-10 अतिरिक्त सफाई कर्मचारी लगाने, जलमहल, तालकटोरा, पौंड्रिक पार्क, जय निवास उद्यान के नवीनीकरण, सौंदर्यीकरण के प्रस्ताव भी रखे गए।
सांसद, विधायक और पार्षदों ने अफसरों को घेरा
आरआईसी में जहां भाजपा पार्षद बैठे थे वहां पक्ष और जहां कांग्रेस पार्षद बैठे थे वहां विपक्ष के बोर्ड लगे थे। सभी ने एक मत होकर पक्ष और विपक्ष के बोर्ड हटवा दिए।कांग्रेस और बीजेपी पार्षदों ने सीवरेज लाइन, लाइट, सड़क, सफाई नहीं हाेने पर अधिकारियों को जमकर घेरा। कुछ पार्षदों ने अधिकारियों पर ठेकेदारों से मिले हाेने का आराेप लगाया। सांसद मंजू शर्मा और विधायक गोपाल शर्मा ने भी अधिकारियों काे आड़े हाथों लिया। सांसद ने कहा कि जाे अधिकारी काम नहीं करेंगे, वे निगम में नहीं रहेंगे। यह हिदायत है। इसके बावजूद नहीं सुधरे ताे उनका क्या करना है यह सरकार तय करेगी। उन्होंने अधिकारी काे कहा कि काम नहीं करने वाले और भ्रष्ट ठेकेदार काे पहली बार हिदायत दें और दूसरी बार में ब्लैक लिस्ट करें।
रामराज्य स्थापना जैसा माहौल
हेरिटेज निगम की यह तीसरी साधारण सभा भाजपा की मेयर कुसुम यादव के नेतृत्व में हुई। इसमें राम राज्य की स्थापना जैसा माहौल नजर आया। बीजेपी और कांग्रेस दोनों के पार्षदों ने पक्ष-विपक्ष खत्म करके गुलाबी नगरी के विकास के मुद्दों पर शांतिपूर्ण चर्चा की। पांच घंटे चली बैठक में कांग्रेस-बीजेपी के पार्षदों ने एक-दूसरे की भावनाओं को समझा। किसी भी पार्षद ने बैठक में रखे प्रस्ताव का विरोध नहीं किया। प्रस्तावों का विरोध करने की अपेक्षा सुझाव दिए।
घोषित होंगे सदन के तीन सितारे
मेयर यादव ने साधारण सभा में सौहार्दपूर्ण माहौल बना रहे, इसलिए एक नई पहल की है। इसके तहत हर साधारण सभा के तीन सदन के सितारे प्रथम, द्वितीय और तृतीय का चयन किया जाएगा। इन्हें 26 जनवरी को सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी सभा की रिकॉर्डिंग देखकर किस पार्षद ने संवैधानिक तरीके से अपनी बात रखी, उसकी भाषा, व्यवहार और आचरण के आधार पर सदन के सितारों का चयन करेगी।