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Jaipur बेकार प्लाईवुड से बनाया वायरलेस सीपीयू और प्लास्टिक की बोतलों से पावर बैंक

 
Jaipur बेकार प्लाईवुड से बनाया वायरलेस सीपीयू और प्लास्टिक की बोतलों से पावर बैंक
जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर आज भी लोग बहुत सी चीजों को वेस्ट मैटेरियल समझकर बाहर फेंक देते हैं, बिना ये सोचे-समझे कि इससे पर्यावरण को कितना नुकसान हो रहा है। जबकि अधिकतर मैटेरियल को हम रियूज कर लाजवाब उत्पादों में बदल सकते हैं। यह कहना है पर्यावरण सरंक्षण के लिए काम करने वाली जयपुर की निष्ठा पांडेय का। उन्होंने बताया कि शुरू से ही उन्हें वेस्ट मैटेरियल से इनोवेटिव वस्तुएं बनाने का शौक था। इस शौक को स्टार्टअप में बदल दिया। उन्होंने बताया कि अक्सर लोग पर्यावरण संरक्षण, सस्टेनेबिलिटी की बातें तो करते हैं, लेकिन किस तरह से पर्यावरण का संरक्षण करना चाहिए, इस बारे में कार्य नहीं करते हैं। लोगों को लगता है कि पौधे लगाना ही पर्यावरण संरक्षण है। निष्ठा पर्यावरण सरंक्षण के लिए वेस्ट मैटेरियल को टेक्नोलॉजी को जोड़ रही हैं, ताकि लोग रीसाइकल्ड उत्पादों का उपयोग कर सके।

निष्ठा ने बताया कि तीन वर्ष पहले उन्होंने पति के साथ मिलकर एक स्टार्टअप शुरू किया। अधिक से अधिक रीसाइकल्ड मैटेरियल बनाकर लोगों के बीच पर्यावरण संरक्षण का संदेश देना ही उनका मकसद है। ऐसे में वह इंडस्ट्रीयल वेस्ट से जरूरत का सामान बना रही हैं। हाल ही उन्होंने प्लाइवुड के वेस्ट से वायरलेस कम्प्यूटर सीपीयू बनाए है, जो लोगों को पसंद आ रहे हैं। यह कॉस्ट फ्रेंडली हैं और जगह भी कम लेते हैं। इसे दीवार पर भी फिक्स किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि लोगों की जरूरत के अनुसार सीपीयू को कस्टमाइज किया जा रहा है। निष्ठा जयपुर समेत पूरे देशभर में वेस्ट मैटेरियल्स से कई प्रकार के प्रोडक्ट्स डिजाइन कर चुकी हैं। बॉयलर ट्यूब से फाउंटेन, फ्लाई ऐश वेस्ट मैटेरियल से स्टेच्यू, मिरर राउंडअबाउट आदि बना रही हैं। साथ ही उन्होंने प्लास्टिक बॉटल्स से पावर बैंक्स भी बनाए है।

ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को मिले रोजगार के अवसर

पांडेय ने अपनी टीम के कई ग्रामीण लोगों को भी ट्रेनिंग दी हैं। उन्होंने झाड़ू और ग्रास के वेस्ट, वायर के वेस्ट से लैंप, बेंच, पेंटिंग, स्टेच्यू बनाना सिखाया है। इससे ग्रामीण लोगों की स्किल्स को भी बढ़ावा मिला है। साथ ही उन्हें नया सीखने का अवसर मिला और रोजगार के मौके भी मिल रहे हैं।