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Jaipur मतदान से पहले शादी,खर्चें में 30 फीसदी बढ़ोतरी, शादी वाले घरों का गड़बड़ाया बजट

 
दस

जयपुर न्यूज़ डेस्क,लोकतंत्र के उत्सव से पहले देवउठनी पार्टी के 'विरोध बचाओ' अभियान को लेकर भले ही घर-घर में उत्साह हो, लेकिन चुनाव ने शादियां महंगी कर दी हैं. शादी का खर्च 25 से 30 फीसदी तक बढ़ गया है. नासिक के संसाधनों से लेकर ग्रेड गार्डन, होटल, लवाजमा, खाद्य सामग्री और सब्जियों तक सब कुछ किया गया है। धान की फसल शादी वाले घर में जा रही है. प्रदेश में 45 से 50 हजार शादियां होती हैं। राजधानी जयपुर में एक हजार से ज्यादा शादियां होती हैं. इसको लेकर बाजार में मारामारी मची हुई है.

देवउठनी वडोदरा के स्वयंभू अजन्मे पुजारी के यहां 147 दिन बाद फिर से विवाह आदि शुभ कार्य शुरू हो रहे हैं। इसे लेकर हर घर में खुशी का माहौल है. अन्यत्र इसे उद्यान आदि के रूप में घोषित किया गया है। सबसे पहले ऑस्ट्रेलियाई उद्यानों में दिखाई देना शुरू हो चुका है। बाजार में लोगों की भीड़ नजर आ रही है. सुबह से लेकर रात तक बाजार में खरीदारी जोरों पर रहती है, लेकिन इस बार चुनाव के समय नीलामी के जरिए खरीदारी शुरू हो गई है.शादी का बजटरिश्ते की कीमत 25 से 30 फीसदी तक बढ़ गई है. इसे लेकर लोगों का बजट बना हुआ है. कुछ लोग बजट बनाने के लिए बजट में आ रहे हैं. लोगों को हलवाई, मजदूर और कैटरर्स नहीं मिल रहे हैं. राजस्थान में बारात बसों की संख्या दोगुनी होती जा रही है. कार और छोटा स्ट्रेचर भी उपलब्ध है। खाने-पीने की चीजों से लेकर सब्जियां तक सबकुछ उपलब्ध हो गया है.आगरा रोड पर रहने वाले मुरारी लाल मीना ने बताया कि उनकी दो बेटियों की 23 नवंबर को शादी है। शादी में तय बजट से ज्यादा खर्च हो रहा है. वहां का गार्डन चुनाव के लिए बुक कर लिया गया है. 4 बजे बाग का मुखिया बात कर रहा है, जबकि 7 बजे बारात आने का समय हो गया है.

इसकी लागत क्या और कितनी थी?
बसें, कारें और ड्राइविंग वाहन - 20 से 30 प्रतिशत
रेस्तरां उपकरण, प्रकाश और ध्वनि - 20 से 25 प्रतिशत
हलवाई, कैटरर, विक्रेता - औसतन 20 से 25 प्रतिशत
फल, कारक, फूल - 15 से 20 प्रतिशत

4 माह 25 दिन बाद फिर शुभ कार्य ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि आषाढ़ शुक्ल तृतीया 29 जून को देव शयन हुआ था, उसके बाद से ही मांगलिक कार्य बंद हो गए थे। अब 147 दिन यानि 4 माह 25 दिन बाद 23 कार्तिक शुक्ल एकादशी को देवप्रबोधन एकादशी (देवउठनी) पर विवाह आदि मांगलिक कार्य पड़ रहे हैं।25 से 30 प्रतिशत बाउट हिटराजस्थान के रहने वाले और ऑल वेडिंग इंडस्ट्रीज फेडरेशन के प्रमुख भवानी शंकर माली ने कहा कि चुनावों के बीच लोगों को मशहूर हस्तियों के दोहरे हमलों का सामना करना पड़ रहा है. जयपुर जिले में 5 हजार से ज्यादा शादियां हो रही हैं. जबकि प्रदेश में 45 से 50 हजार शादियां हो रही हैं. राजधानी जयपुर में एक हजार से ज्यादा विवाह समारोह आयोजित किये जा रहे हैं. इस बार पिछले देवउठनी ब्रह्मांड से 25 से 30 प्रतिशत वार्षिक नुकसान है। खाद्य पदार्थ, आभूषण, डेरियस गार्डन, टेंट लाइट फ्लोर, रेस्तरां लवाजमा सभी उपलब्ध हैं।