Jaipur वसंत पंचमी और कला का बेमिसाल संगम, जयपुर आर्ट वीक का सातवां दिन

‘आवतो बायरो बाजे: द थंडर्स रोर ऑफ एन एंपेंडिंग स्टोर्म’ थीम पर हो रहे कार्यक्रम को कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं जैसे लिवरपूल बाइनियल, ब्रिटिश काउंसिल, एमबसेड द फ्रांस के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। आर्ट वीक का समापन सोमवार को होगा। सोमवार को शाम सूफी नाइट में कई कलाकार प्रस्तुति देंगे। फाउंडर सना रिजवान ने बताया कि जयपुर आर्ट वीक का चौथा आयोजन भी शानदार रहा।
यादगार रहा अनुभव
एक प्रतिभागी शिरीन कदम ने कहा कि हवा महल जैसे ऐतिहासिक स्थल पर यह मेरा पहला ऑन-लोकेशन स्केचिंग अनुभव रहा। हवा महल की बारीकियों को स्केच करना एक चुनौती थी। चेन्नई से आई अक्षरा ने कहा कि जयपुर की सांस्कृतिक धरोहर को इस तरह चित्रित करना एक अनूठा अवसर रहा। वहीं लुधियाना से आए गुरप्रीत सिंह ने कहा कि हवा महल के साए में बैठकर इसे स्केच करना एक अलग ही एहसास देता है।
प्रदर्शनी देख अभिभूत
जवाहर कला केंद्र की सुकृति आर्ट गैलरी में जहां कलाकार एड्रियन फर्नांडीज की अनूठी कला दिखाई दी, वहीं सुरेख और अलंकार गैलरी में भी विभिन्न कलाकारों की पेंटिंग्स और इंस्टालेशन वर्क्स आकर्षण का केंद्र रहे। इस प्रदर्शनी के माध्यम से जयपुर की समृद्ध कला और संस्कृति को दर्शाया गया। वहीं राउंड देम ऑरेंजेज में रंजीत होसकोटे ने अपने इंस्टॉलेशन वर्क पर चर्चा की। वाराणसी के घाटों और नदियों में हो रहे प्रदूषण को दर्शाया।
देशभर से आए प्रतिभागी
इस वर्कशॉप ने न केवल प्रतिभागियों को कला में सुधार करने का मौका दिया, बल्कि उन्हें जयपुर की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को करीब से समझने का भी अवसर दिया। साथ ही, ऑन-लोकेशन स्केचिंग के माध्यम से कला और धरोहर के प्रति जुड़ाव महसूस किया। इस वर्कशॉप में भाग लेने देशभर से प्रतिभागी आए। इससे पहले जल महल की पाल पर आर्टिस्ट निशांत घीया की फोटोग्राफी वर्कशॉप का आयोजन हुआ।