Jaipur ट्रेजरी अधिकारी गिरफ्तार, इनके कार्यकाल में हुई थी करोड़ों के स्टांप की चोरी

जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर 5.23 करोड़ मूल्य के स्टांप गबन के बहुचर्चित मामले में पुलिस ने तत्कालीन कोषाधिकारी अरविंद शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी अरविंद के समय ही सबसे ज्यादा 3.60 करोड़ कीमत के स्टांप स्ट्रांग रूम से चुराए थे। इनमें से 3 करोड़ के स्टांप की राशि का चालान नहीं भरा गया। अरविंद साल 2020 से 2023 तक कोषाधिकारी के पद पर रहा था। पुलिस ने खुलासा किया कि अरविंद ने स्ट्रांग रूम की चाबी भी कैशियर को दे रखी थी। वहीं स्टांप गबन की जानकारी होते हुए भी कोई कार्रवाई नहीं की। इतना ही नहीं अरविंद ने आरोपियों से इसके बदले उपहार भी प्राप्त किए। हालांकि किस तरह के उपहार लिए इसका पुलिस ने अभी खुलासा नहीं किया है लेकिन बताया जा रहा है कि आरोपी ने जन्मदिन और अन्य मौकों पर आरोपियों से गिफ्ट लिए थे। आरोपी अरविंद शर्मा जयपुर का रहने वाला है और फिलहाल जीजीटीयू में वित्त नियंत्रक के पद पर कार्यरत है। ऐसे में अब गिरफ्तारी से इस पद से भी उन्हें हटाया जा सकता है।
जांच अधिकारी डिप्टी सूर्यवीरसिंह ने बताया कि हर कोषाधिकारी को महीने में स्टॉक का भौतिक सत्यापन करवाना होता है लेकिन अरविंद ने लंबे समय तक इस पद पर बने रहने के बावजूद ऐसा नहीं किया। वहीं कई ऐसे बिंदु हैं, जिससे उनकी संलिप्तता पाई गई है। मामले में अब तक 4 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। आरोपी से पूछताछ जारी है।
यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि गबन में और भी किसी की संलिप्तता थी या नहीं? शामिल दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है। स्टांप का गबन 2016 से चल रहा था। ऐसे में पुलिस उस समयावधि से कोष कार्यालय में रहे कोषाधिकारी से लेकर अन्य संबंधित अधिकारी व कार्मिकों की भूमिका की भी जांच कर सकती है। इसके अलावा इतनी बड़ी संख्या में स्टांप वेंडर के स्टांप बाजार में किन्हें बैचे।