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Jaipur स्क्वैश एकेडमी में 28 कमरों का होटल और कैंटीन चल रही, डेयरी खोलने पर रोक

 
Jaipur स्क्वैश एकेडमी में 28 कमरों का होटल और कैंटीन चल रही, डेयरी खोलने पर रोक
जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर सवाई मानसिंह स्टेडियम परिसर में कॉमर्शियल गतिविधियों पर हाईकोर्ट ने साल 2001 में पाबंदी लगा दी थी। जब भी परिसर में डेयरी या खिलाड़ियों के लिए कैंटिन खोलने के लिए कवायद की जाती है तो ये पाबंदी आड़े आ जाती है। जबकि स्टेडियम में 28 कमरों का होटल और स्कवैश एकेडमी में कैंटिन संचालित हैं। इस पाबंदी का असर केवल खिलाड़ियों के लिए क्रीड़ा परिषद की ओर से खोली जाने वाले प्रस्तावित कैंटिन और दूध की डेयरी पर ही दिखाई देता है। ना तो क्रीड़ा परिषद ने कभी खिलाड़ियों की परेशानी से कोर्ट को अवगत कराया ना ही इस पाबंदी को हटवाने के लिए प्रयास किया। वहीं, अगर क्रीड़ा परिषद कोर्ट के आदेशों की पालना कराती तो स्टेडियम में होटल और कैंटिन संचालित नहीं होते। क्योंकि ये दोनों जगह सवाई मानसिंह स्टेडियम और क्रीड़ा परिषद की परिधि में ही आती है।

आरसीए को क्रीड़ा परिषद ने 28 कमरों का होटल एवं क्रिकेट एकेडमी की जगह दे रेखी है। इसमें एक स्वीमिंग पूल है। 21 फरवरी को जब क्रीड़ा परिषद और आरसीए के बीच करार समाप्त हुआ तो 23 फरवरी को कार्यालय दिवस में 3 घंटे में ही पूरी संपत्ति से आरसीए को बाहर का रास्ता दिखा दिया। अब सवाल ये है कि 28 कमरों के इस होटल को संचालित करने वाली कंपनी को बाहर का रास्ता नहीं दिखाया । कंपनी लगातार यहां पर इवेंट करा रही है। बदले में वह एक कमरे के 7 हजार रुपए तीनों समय के खाने के साथ और 5 हजार रुपए केवल ब्रेकफास्ट के ले रही है। अभी एनसीए का कैंप चल रहा है।

ऐसे में सभी कमरे बुक हैं।
दो तरह के नियम नहीं हैं। यहां पूर्व से चली आ रही व्यवस्था के तहत कैंटिन और होटल संचालित है। अगर खिलाड़ियों के हित में कोई काम किया जा सकेगा तो जरूर करेंगे। आरसीए में संचालित होटल मैच के दौरान चालू था। -सोहन राम चौधरी, सचिव क्रीड़ा परिषद