Jaipur आदर्श नगर दशहरा मैदान में छह दिवसीय मेले का आयोजन
मेले में सांस्कृतिक और सेवा कार्यों की प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रही। युवाओं ने विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी, शौर्य मंडपम, भारतीय मूल्य आधारित लाइव पेंटिंग और ‘दादी-नानी का घर’ जैसे कार्यक्रम प्रस्तुत किए। फाउंडेशन के चेयरपर्सन किशन रूंगटा ने कहा कि, सभी जाति समूहों को एक मंच पर लाकर उन्हें नेतृत्व में शामिल करना होगा। कार्यक्रम की प्रस्तावना फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक गुणवंत सिंह कोठारी ने प्रस्तुत की।
फाउंडेशन के अध्यक्ष सुभाष बापना और प्रदेश सचिव सोमकांत शर्मा ने बताया कि, मेले में हिंदू सेवा कार्यों से जुड़ी 123 प्रदर्शनी लगाई गई है। मुख्य आकर्षण गंगोत्री से हरिद्वार तक की पूरी गंगा यात्रा को दर्शाने वाली प्रदर्शनी रही। राधा-कृष्ण की झांकी, प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय राजापार्क द्वारा नौ चेतनाओं की देवियों की झांकी सजाई गई। इसके अलावा अक्षयपात्र मंदिर, अक्षरधाम मंदिर सहित अन्य झांकियों का भी प्रस्तुतीकरण किया गया। युवाओं ने गीता के कोर्सों के लिए जानकारी प्राप्त की और ग्रामीण परिवेश के बीच देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित की गईं। कन्या और सुहासिनी वंदन कार्यक्रम में 2100 कन्याओं का पूजन किया गया। शुक्रवार को शिक्षक वंदन कार्यक्रम में लगभग 2100 शिक्षकों का अभिनंदन किया जाएगा।
