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Jaipur श्री विद्या कोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ में 1 टन कुमकुम का इतेमाल

 
Jaipur श्री विद्या कोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ में 1 टन कुमकुम का इतेमाल 
जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुरदेश की उन्नति, विश्व शांति व जन कल्याण के लिए इंदिरा नगर स्थित जयपुरिया विद्यालय के पास पुष्पांजलि प्रांगण में महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। भगवती आद्यशक्ति राजराजेश्वरी ललिता त्रिपुरसुंदरी श्री विद्या कोटि  कुम्कुमारचन महायज्ञ, राजोपचार महापूजा का आयोजन 6 से 9 जुलाई तक स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी महाराज (वाराणसी) के सानिध्य में होगा। जिसमें एक करोड़ सहस्त्रनाम के साथ कुमकुम से पूजा की जाएगी। गाय के दूध से बनी खीर से 10 लाख आहुतियां दी जाएंगी।

साथ ही श्री विद्या मानी जाने वाली मां ललिता त्रिपुर सुंदरी की पूजा होगी, जिसके तहत सुबह 6 बजे से धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे। सबसे पहले पाठ होंगे। मंडप पूजन के बाद अर्चक हवन होगा, आरती के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। साथ ही आचार्य अरुण दीक्षित के नेतृत्व में महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। यज्ञ क्षेत्र में श्री विद्या में प्रशिक्षित 500 विद्वान, संत और महात्मा मौजूद रहेंगे। इनके साथ कुलपति और प्रोफेसर भी महायज्ञ में भाग लेने आएंगे। इस महायज्ञ में शामिल होने के लिए अमेरिका, इंग्लैंड, नेपाल और मॉरीशस से सनातन प्रचारकों को भी आमंत्रित किया गया है। इससे पहले यह यज्ञ चेन्नई, कांचीपुरम, दिल्ली, वाराणसी, मुंबई, प्रयागराज, गुवाहाटी और कोलकाता में आयोजित किया जा चुका है। यह होगा कार्यक्रम

{भगवती राजोपचार पूजा सुबह 7 बजे से

{कुम्कुमारचन पूजा सुबह 8 बजे से

{हवन दोपहर 1:15 बजे से

{शाम 5 बजे से संगोष्ठी

{शाम 7:15 बजे से संध्या आरती

{9 जुलाई को पूर्णाहुति

ज्वलंत विषयों पर भी होगी चर्चा

यज्ञ क्षेत्र में प्रतिदिन शाम को देश-दुनिया से जुड़े ज्वलंत एवं महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी। आदिगुरु शंकराचार्य, स्वामी करपात्री महाराज, स्वामी निरंजन देव तीर्थ, स्वामी सदानन्द सरस्वती वेदांती महाराज एवं अन्य दिवंगत संतों के जीवन दर्शन एवं उनके द्वारा किए गए धार्मिक कार्यों पर विस्तृत चर्चा होगी।

कुमकुम अर्चना से प्रसन्न होती हैं मां भगवती

स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी महाराज ने बताया कि शास्त्रों में वर्णित है कि भगवती की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। कुमकुम कांतिदं दिव्यं कामिनीकामसंभवम्...अर्थात कुमकुम अनंत कांति प्रदान करने वाला पवित्र द्रव्य है, जो सभी कामनाओं को पूर्ण करता है तथा सौभाग्य प्रदान करता है, इसीलिए कुमकुम अर्चना से भगवती अत्यंत प्रसन्न होती हैं। मां भगवती राजराजेश्वरी ललिता त्रिपुर सुंदरी श्रीविद्या कोटि कुमकुम महायज्ञ के आयोजनों में शामिल होकर भगवती की कृपा का लाभ प्राप्त किया जा सकता है।