Jaipur प्राचीन महालक्ष्मी मंदिरों में तैयारियां अंतिम चरण में, वीडियो में देखें दिवाली शुभ महूर्त और सही तारीख
जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर दीपोत्सव पर शहर में घर-घर और प्रतिष्ठानों में धन की देवी माता लक्ष्मी का पूजन होगा। उनके स्वागत के लिए घरों की साफ-सफाई के बाद सजावट और रोशनी भी की जाएगी। साथ ही बाजारों में विशेष थीम पर सजावट की जा रही है। साथ ही शहर के प्राचीन महालक्ष्मी मंदिरों में धनतेरस (29 अक्टूबर) से दीपावली तक विशेष उत्सव मनाया जाएगा। इन मंदिरों में फूलों और रोशनी से सजावट की जाएगी। माता लक्ष्मी का ऋतु पुष्पों से शृंगार कर कमल और कुमकुम से अर्चना की जाएगी। राज-राजेश्वरी स्वरूप में लक्ष्मीजी का शृंगार किया जाएगा। चांदी की टकसाल, सूरजपोल, सांगानेरी गेट, नाहरगढ़ रोड पुरानी बस्ती सहित माता महालक्ष्मी के अन्य मंदिरों में हर दिन विशेष रंगोली बनाई जाएगी। सांगानेरी गेट स्थित महालक्ष्मी मंदिर में माता लक्ष्मी गज लक्ष्मी के रूप में विराजित हैं। करीब 156 वर्ष पुराने मंदिर के गर्भगृह में मां लक्ष्मी दो हाथियों पर सवार है। तत्कालीन महाराजा सवाई रामसिंह द्वितीय के शासनकाल में वर्ष 1865 में इस मंदिर का निर्माण हुआ था।
धनतेरस से माता लक्ष्मी के राज-राजेश्वरी स्वरूप में होंगे दर्शन
पाताल लोक से निकले कमल पर माता महालक्ष्मी गज लक्ष्मी के रूप में विराजमान हैं। माणक से निर्मित अष्ट लक्ष्मी पर स्वर्गलोक से इंद्र, इंद्राणी व देवता पुष्प वर्षा कर रहे हैं। इस कारण इन्हें त्रिलोकनी महा लक्ष्मी भी कहा जाता है।