यूपी के सहारनपुर में नकली नोट फैक्टरी पर जयपुर पुलिस की रेड, देश भर में चल रहा था नोट सप्लाई का खेल
राजस्थान के कई जिलों में नकली करेंसी का कारोबार हो रहा है। हाल ही में कई जगहों पर नकली करेंसी बनाने वाले गैंग पकड़े गए हैं। राजधानी जयपुर में भी नकली करेंसी के एक नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है और रेगुलर गिरफ्तारियां हो रही हैं। जयपुर पुलिस ने अब एक बड़े नकली करेंसी नेटवर्क का पर्दाफाश करने में कामयाबी हासिल की है। जयपुर पुलिस की एक स्पेशल टीम ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक नकली करेंसी फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। नकली करेंसी रैकेट के मास्टरमाइंड को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। यह नेटवर्क नकली करेंसी फैलाने के लिए एडवांस तरीकों का इस्तेमाल करते हुए देश भर के कई राज्यों में नकली करेंसी छापकर सप्लाई करता था।
जयपुर पुलिस ने सहारनपुर में छापा मारा
पुलिस की एक स्पेशल टीम नकली करेंसी फैक्ट्री पकड़ने के लिए उत्तर प्रदेश के सहारनपुर पहुंची। छापे के दौरान फैक्ट्री का पता चला। जयपुर स्पेशल ऑपरेशन कमिश्नर राहुल प्रकाश ने बताया कि जयपुर में नकली करेंसी स्कैम का पता चलने के बाद पुलिस की एक टीम ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में छापा मारा। वहां से ₹6 लाख से ज़्यादा के नकली नोट बरामद हुए, जिसमें एक हाई-क्वालिटी प्रिंटर, नकली इक्विपमेंट, कागज और दूसरा सामान शामिल है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों गौरव चौधरी और देवेश फड़ा को गिरफ्तार किया है।
नोट सप्लाई और सर्कुलेशन नेटवर्क
जांच में पता चला कि गैंग चंडीगढ़ में ₹6 लाख और जम्मू-कश्मीर में ₹3 लाख के नकली नोट सप्लाई करता था। नकली नोट प्रिंट करके देश के दूसरे राज्यों में भी सप्लाई किए जाते थे। इसके लिए एक नेटवर्क काम कर रहा था। बताया जाता है कि ₹3 लाख के नकली नोटों को ₹1 लाख के असली नोटों से बदला जाता था। सप्लाई के बाद नोटों को ठिकाने लगाने के लिए एक अलग नेटवर्क था, जो रात में सब्जी मंडी और बुजुर्गों को टारगेट करता था।
