जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर घंटे-घड़ियाल और शंख की मधुर ध्वनि के बीच कई मीटर दूर तक सुनाई देती भक्ति गीतों की स्वर लहरियां, हरिनाम संकीर्तन पर थिरकते भक्त और गर्भगृह में ठाकुरजी के दर्शनों के दौरान एक साथ हवा में उठते सैकड़ों हाथ। जन्माष्टमी पर सोमवार तड़के से मध्य रात्रि भगवान कृष्ण के जन्माभिषेक के दौरान गोविंद देवजी मंदिर, आनंदकृष्ण बिहारी, सरस निकुंज (सुभाष चौक), राधा दामोदर मंदिर (बनीपार्क), बांके बिहारी मंदिर (आमेर रोड, मुंशी रामदास का रास्ता) व राधा माधव मंदिर (कनक वृंदावन घाटी) सहित प्रमुख मंदिरों में ऐसा ही नजारा दिखा। द्वापर काल में अष्टमी तिथि व रोहिणी नक्षत्र सहित अन्य चार योग के संयोग के साथ ही इंद्रदेव ने बारिश का पांचवां योग भी बना दिया। मंदिरों में ठाकुरजी का जल, दूध, पंचामृत, औषधियुक्त द्रव्यों तथा फलों के रस से अभिषेक के बाद उन्हें रत्न जड़ित सिल्क के कपड़े से तैयार पोशाक तथा आभूषण धारण कराए गए। मध्य रात्रि मंदिरों-घरों में बधाई गान के बीच भगवान का जन्माभिषेक हुआ। आरती के बाद माखन-मिश्री व पंजीरी सहित अन्य व्यंजनों का भोग लगाकर प्रसाद वितरित किया गया। भक्तों ने प्रसाद ग्रहण कर व्रत खोला। मंदिरों में रोशनी और फूलों से सजावट की गई। मथुरा-वृंदावन की तर्ज पर झांकियां भी सजाई गईं।महंत सिद्धार्थ गोेस्वामी ने बताया कि भगवान को 2.50 लाख रुपए की हरे डायल वाली घड़ी पहनाई गई।
यहां दोपहर में जन्मे भगवान
चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर मंदिर में महंत मलय गोस्वामी तथा रामगंज स्थित लाड़ली मंदिर में महंत संजय गोस्वामी के सान्निध्य में दोपहर 12 बजे जन्मोत्सव मनाया गया। नाहरगढ़ स्थित चरण मंदिर में भी दोपहर में भगवान कृष्ण का जन्म हुआ। महंत सुरेश पारीक ने बताया कि भगवान के चरण चिन्ह का अभिषेक किया गया। धार्मिक मान्यता है कि भगवान कृष्ण यहां गोचारण करते आए थे।
108 प्रकार के राज भोग अर्पित
जगतपुरा स्थित कृष्ण बलराम मंदिर में भगवान को 108 प्रकार के राज भोग अर्पित किए गए। हर अभिषेक के बाद मिठाई और माखन, मिश्री का भोग लगाने के साथ ही चंदन के तेल से भगवान को स्नान कराया गया। दक्षिण भारत से मंगवाए फूलों से भगवान का शृंगार और मंदिर परिसर की सजावट की गई। सुभाष चौक स्थित सरस निकुंज में महंत अलबेली माधुरी शरण के सान्निध्य में जन्माष्टमी के पदों का गायन हुआ। देवस्थान विभाग मंत्री जोराराम कुमावत ने गोविंददेव जी और बृजनिधि मंदिर में दर्शन किए। विधायक बालमुकुंदाचार्य व मुख्य सचिव सुधांश पंत भी मौजूद रहे।