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Jaipur दीपावली पर चांदी के पुराने सिक्कों की बड़ी मांग, यह 10 से 15 फीसदी महंगे

 
दीपावली पर चांदी के पुराने सिक्कों की मांग ज्यादा, यह 10 से 15 फीसदी महंगे

जयपुर न्यूज़ डेस्क धनतेरस पर चांदी खरीदना शुभ माना जाता है। इस परंपरा को ध्यान में रखकर सर्राफा व्यवसायियों ने तैयारी शुरू कर दी है। इस बार अच्छे कारोबार की कामना के साथ व्यापारियों द्वारा स्टॉक कर लिया गया है।नए सिक्कों के साथ कलदार यानी पुराने चांदी के सिक्कों की डिमांड रहती है। सर्राफा व्यवसायी धर्मपाल सुनार व शेरू सुनार बताते हैं कि पैसों की जरूरत पड़ने पर जो लोग चांदी के पुराने सिक्के बेचते हैं उनको साफ करके फिर से बेचने के लिए रखा जाता है।

इनकी बेहद मांग रहती है, चांदी शुद्ध होने के कारण नए सिक्कों की अपेक्षा ये 10 से 15 फीसदी महंगे होते हैं। खरीदी में जहां चांदी के सिक्के 80 फीसदी बिकते हैं तो कलदार का प्रतिशत 20 रहता है। चांदी के सिक्के औसतन 10 ग्राम वाले रहते हैं जबकि सोने में 1, 2, 3, 5 ग्राम सहित 50 ग्राम के सिक्के पसंद किए जाते हैं। चांदी के सिक्के बरसों तक चलने वाले होते है इनकी कुछ हानि नहीं होती।

निवेश के रूप में भी यह अच्छा विकल्प बताते है। एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक समृद्धि और संपत्ति के रूप में चलाई जाती है। धनतेरस पर पहले लक्ष्मीजी व गणेशजी अंकित चांदी के सिक्के बिकते थे।अब कल्पवृक्ष, राजा रानी अंकित सिक्के मांगे जा रहे हैं। चांदी के सिक्के जरूरत पर आ सकते हैं काम शुभ- धनतेरस व दीपावली पर चांदी के सिक्के खरीदना शुभ माना है। अब सिक्कों की बजाय चांदी की मूर्तियां व बर्तन लेने लगे हैं। चांदी के सिक्के बजट के हिसाब से ग्राम वाइज ले सकते हैं। ये एक ऐसा गिफ्ट है जिसे चल संपति मान सकते हैं। गिफ्ट बेचकर पैसा नहीं ले सकते लेकिन सिक्के कठिन समय में काम आ सकते हैं।