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Jaipur अब आरआईसी में 41 करोड़ रुपए के लग्जरी गेस्ट हाउस बनाने का सपना नहीं होगा पूरा

 
Jaipur अब आरआईसी में 41 करोड़ रुपए के लग्जरी गेस्ट हाउस बनाने का सपना नहीं होगा पूरा
जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (आरआईसी) के आत्मनिर्भर होते ही जेडीए ने पूरी तरह अपने हाथ पीछे खींचना शुरू कर दिया है। बजट तय होने और 58% काम पूरा होने के बावजूद जेडीए ने आरआईसी के गेस्ट हाउस का काम बंद करवा दिया है। गौरतलब है कि आरआईसी के बगल में गेस्ट हाउस (होटल) का बीते दो साल से काम चल रहा है, जिसे अब रोकने का निर्णय लिया गया है। 41 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में से 24 करोड़ का काम लगभग पूरा हो चुका है। जेडीए ने स्पष्ट कर दिया है कि अब आगे का 17 करोड़ का काम नहीं होगा। जिम्मेदारों ने कहा- काम क्यों बंद हुआ है? इसकी जानकारी हमारे पास नहीं है। ये आदेश ऊपर (सरकार) से आया है। यह 4 स्टार कैटेगरी का गेस्ट हाउस था, जिसमें वीआईपी रूम ही नहीं हर वो सुविधा होती, जो एक होटल में होती है। इसके बाहर एक गार्डन भी बनता, जिसमें बड़े आयोजन भी हो सकते थे।

यहां एक ही जगह विश्व स्तर के कॉन्फ्रेंस और सेमिनार का आयोजन हो सकता है

दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल और इंडिया हैबिटेट सेंटर की तर्ज पर जयपुर में आरआईसी बनाया गया है। यहां एक ही जगह विश्व स्तर के कॉन्फ्रेंस-सेमिनार हो सकते हैं। 29,800 स्क्वायर मीटर में बने इस सेंटर को तैयार करने में जेडीए ने करीब 140 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। 17 अप्रैल 2024 को इसे बने एक साल हो गया है।

स्विमिंग पूल, स्पा, रेस्टोरेंट और जिम बनने थे खास

होटल का ग्राउंड फ्लोर बेहद खास था। यहां जिम, सोना बाथ, स्पा, स्विमिंग पूल, फाइन डाइन एवं नॉर्मल रेस्टोरेंट और कैफे बनाए जाने थे। वहीं फर्स्ट और सेकंड फ्लोर पर रूम बनने थे। फर्स्ट फ्लोर पर बैंक्वेट हॉल भी बनाया जाना था। दो बेसमेंट पार्किंग के लिए तय किए गए थे। ओपन इवेंट्स के लिए आगे की तरफ गार्डन और पीछे 8 स्टाफ क्वार्टर बनने थे। ये सभी सुविधाएं आरआईसी मेंबर्स के साथ-साथ बाहरी लोगों के लिए थीं। होटल तैयार होने के बाद आरआईसी हर तरफ से आत्मनिर्भर बन जाता। बड़े इवेंट्स के दौरान गेस्ट को होटल के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ता।

पहले फेज में बनने थे ग्राउंड, फर्स्ट और सेकंड फ्लोर

फर्स्ट फेज में दो बेसमेंट, ग्राउंड, फर्स्ट और सेकंड फ्लोर का काम होना था। यह काम जेडीए को जून 2024 से पहले पूरा करना था, लेकिन आरआईसी में लगातार बड़े आयोजनों के चलते काम काफी प्रभावित रहा। बीच-बीच में काम बंद रहने की वजह से जेडीए अपने इस प्रोजेक्ट को तय समय पर पूरा नहीं कर पाया। आरआईसी के आत्मनिर्भर होने और खुद का खर्चा खुद उठाने का तय होते ही जेडीए ने चल रहे प्रोजेक्ट को भी रुकवा दिया है। दूसरे फेज में तीसरी और चौ​थी फ्लोर पर 44 रूम का बनना तय था।