Jaipur अब छात्रों, अन्वेषकों और शोधकर्ताओं के लिए पेटेंट की राह आसान

पहले इनक्यूबेशन सेंटर से जोडे़ंगे
पहले राजस्थान में पेटेंट इंफॉर्मेशन के लिए कोई सेंटर नहीं था। इसके लिए स्टूडेंट्स को दिल्ली जाना पड़ता था। जो लोग अपने प्रोडक्ट पर पेटेंट लेना चाहते हैं। उन्हें विभाग पहले कॉलेज और यूनिवर्सिटी के इनक्यूबेशन सेंटर से जोड़ेगा। इसके बाद वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद की मदद से प्रोडक्ट को वेरिफिकेशन के लिए दिल्ली भेजा जाएगा। यहां प्रोडक्ट की जांच होगी और देखा जाएगा कि प्रोडक्ट पर पहले से कोई पेटेंट तो नहीं है। इसके बाद उन्हें पेटेंट अवॉर्ड दिया जाएगा।
इनोवेशन और क्रिएटिविटी का हब
अधिकारियों का कहना है कि राजस्थान को इनोवेशन और क्रिएटिविटी का हब बनाने के लिए सरकार ने 2021 में इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट पॉलिसी (आइपीआर) बनाई थी। जिसका उद्देश्य राज्य में इनोवेटर्स को बढ़ावा देना था। इसके तहत राजस्थान पेटेंट पॉलिसी का भी निर्माण किया गया, ताकि सरकार लोगों को उनके किए गए इनोवेशन पर पेटेंट दिलाने में मदद कर सके। इसी पहल को ध्यान में रखते हुए विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने साइंस सेंटर पार्क में पेटेंट इंफॉर्मेशन सेंटर शुरू किया है।
विभाग की वेबसाइट से मिलेगी जानकारी
विभाग की वेबसाइट पर पेटेंट इंफॉर्मेशन सेंटर से संबंधित सभी जानकारियां उपलब्ध रहेंगी। जहां इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी (आइपी) के बारे में जागरूकता, पंजीकरण, सुरक्षा और इससे जुड़ी आवश्यक जानकारी हिंदी और अंग्रेजी भाषा में मिलेगी। ऐसे में विभाग की वेबसाइट पर पेटेंट, ट्रेडमार्क, कॉपीराइट, डिजाइन, प्लांट वैरायटी, ज्योग्राफिकल इंडिकेटर, पारंपरिक ज्ञान आदि से संबंधित जानकारी भी उपलब्ध होगी।