Jaipur पैदल चलने का अधिकार गुलाबी नगरी की जरूरत, लेकिन योजना में फुटपाथ नहीं
![Jaipur पैदल चलने का अधिकार गुलाबी नगरी की जरूरत, लेकिन योजना में फुटपाथ नहीं](https://aapkarajasthan.com/static/c1e/client/91529/uploaded/3b2b9fbf1d5444758e1f5c8afa23148b.jpg?width=968&height=500&resizemode=4)
आखिर कहां चले राहगीर?
– सडक़ पर राहगीरों का हिस्सा 16.06 प्रतिशत है। कहीं फुटपाथ नहीं हैं और जहां फुटपाथ है, वहां पर राहगीरों के लिए राह सुगम नहीं है।
– साइकिल सवारी का ग्राफ 6.01 प्रतिशत ही रह गया है। जबकि, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत साइकिल स्टैंड बनाए गए। कुछ जगह ट्रैक बनाने की घोषणा भी की गई, लेकिन साइकिल ट्रैक बन ही नहीं पाए।
बाकी का ये हाल
– बस और मिनी बस का हिस्सा 18.49 प्रतिशत है।
– कार, टैक्सी की सुविधा का हिस्सा 18.71 प्रतिशत है
– दोपहिया वाहन का 31.70 प्रतिशत हिस्सा है
– ऑटो रिक्शा का 8.61 प्रतिशत हिस्सा है
– मेट्रो सुविधा का हिस्सा 0.42 प्रतिशत है
कहां कितना चौड़ा होना चाहिए फुटपाथ
– रिहायशी 1.8 मीटर
– व्यावसायिक 2.5 मीटर
– व्यावसायिक (ज्यादा भीड़ वाला) 4.0 मीटर
(इंडियन रोड कांग्रेस के मुताबिक)
– फुटपाथ एक स्थान से दूसरे स्थान तक पूरी तरह व्यवस्थित और छायादार होना चाहिए। ताकि राहगीर बिना किसी थकावट और हर मौसम में इसका उपयोग कर सकें।