जयपुर नगर निगम ने लिया पांच सड़कों और भवनों के नाम बदलने का निर्णय, वीडियो में सामने आई बड़ी वजह
जयपुर न्यूज़ न्यूज़ !!! जयपुर के राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में कल नगर निगम हेरिटेज की तीसरी साधारण सभा हुई। इस दौरान जयपुर की पांच सड़कों और भवनों के नाम बदलने का भी फैसला लिया गया है। इन भवनों में जनाना हॉस्पिटल, चांदपोल, सिंहद्वार, परमानंद पार्क में स्थित भवन और हसनपुरा मार्ग शामिल हैं।
नगर निगम महापौर कुसुम यादव ने कहा- आज सांसद मंजू शर्मा और विधायक गोपाल शर्मा की मौजूदगी में सभी पार्षदों ने मिलकर जयपुर के विकास पर चर्चा की. इस दौरान कुल 13 प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किये गये. हालाँकि, निगम के कर्मचारियों की अभियोजन स्वीकृति को लेकर कुछ भ्रम था। ऐसे में मोशन फोर के पार्ट बी को अगली बैठक तक के लिए टाल दिया गया है.
इन सड़कों और इमारतों के नाम बदलने पर सहमति बनी
पांच बत्ती सर्किल से सिंहद्वार तक जाने वाली सड़क का नाम माता लीलावती मार्ग रखा गया है.
4 नंबर डिस्पेंसरी से एनबीसी हसनपुर तक के मार्ग का नाम बदलकर हरिपुरा मार्ग कर दिया गया है।
जनाना अस्पताल का नाम बदलकर माता यशोदा अस्पताल कर दिया गया है।
चांदपोल सर्किल का नाम बदलकर महर्षि वाल्मिकी सर्किल कर दिया गया है। इस सर्किल पर अब महर्षि वाल्मिकी की 21 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
वार्ड 77 के परमानंद पार्क स्थित भवन का नाम श्री गुलाबचंद नावरिया भवन रखा गया है।
प्रस्ताव पढ़ने के दौरान विवाद हो गया
बैठक के दौरान प्रस्ताव पढ़ने को लेकर विवाद हो गया. वार्ड 26 के पार्षद सलमान मंसूरी ने कहा- नगर निगम में अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं। प्रत्येक परिवार की 20-20 गायें ली जाती हैं। अधिकारी बेवजह 50 गज के मकान बनाने से रोक रहे हैं। वहीं, कांग्रेस पार्षद सुनीता महावर ने कहा- मेयर की ओएसडी (हंसा मीना) जो चाहती हैं वो कर रही हैं. बैठक में जो प्रस्ताव पढ़े जा रहे हैं, उन्हें पार्षदों के पास नहीं भेजा गया है. वहीं, बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि सामान्य बैठक में प्रस्ताव को एक लाइन में पढ़कर औपचारिकता नहीं निभानी चाहिए. बैठक में प्रस्ताव को पूरे विस्तार से पढ़ा जाए.
राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!!