Jaipur एक सफल बिजनेसमैन के समय पर प्रतिद्वंद्वी की कमजोरी और ताकत का आकलन करते रहें
खबर अपनी भी रखें, खबर दुश्मन की भी रखें
उन्होंने कहा कि सफल टीम लीडर वही है, जो अपने सर्बोडिनेट के साथ किच-किच नहीं करें। टास्क पूरा करवाने के लिए उनके पीछे नहीं पड़े। टीम को इस तरह मोटिवेट करें और उस पर विश्वास रखें। जो उसने टास्क दिया है टीम पूरा करेगी । टास्क पूरा होना ही लीडर की सबसे बड़ी खुशी है। उन्होंने युद्ध जीतने का उदाहरण देते हुए कहा, खबर दुश्मन की भी रखे। अपनी भी खबर रखे। बिजनेस में भी यही फॉर्मूला अपनाएं। खुशहाल टीम चलाने के लिए उन्होंने पॉजिटिव कॉर्पोरेट कल्चर, प्रॉडक्टिविटी बढ़ाने, वर्क लाइफ बैंलेस, मोटिवेशन एंड हैल्थ पर ध्यान देने की आवश्यकता जताई।
वैसे ही कॉर्पोरेट और बिजनेस में इन्हें अपनाना चाहिए। आईस्पिरिट फाउंडेशन के फाउंडर, शरद शर्मा ने डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई) के बारे में बात की। वक्ताओं में नैसकॉम की कार्यकारी समिति और एनएसडीसी के बोर्ड मेंबर, जगदीश मित्रा; फ़ारआई के फाउंडर, गौतम कुमार; क्यूएनयूलैब्स के फाउंडर, सुनील गुप्ता शामिल थे। सत्र की अध्यक्षता पूर्व सीईओ और एमडी, टेक महिंद्रा और एआईऑप्स के फाउंडर, सीपी गुरनानी ने की। डाटा ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक, अजय डाटा ने ढृढ़ता और सफलता के प्रतीक के रूप में कंपनी की लंबी यात्रा पर प्रकाश डाला।