Jaipur हनुमंत कथा का विभिन्न शहरों में 108 बार होगा आयोजन
टैंट व माइक सहित कथाओं के लिए अन्य इंतजाम संगठन की ओर से वहन किए जाएंगे।
जाएगी। शहर की बस्तियों में भी कथा के आयोजन की रूपरेखा तय की जाएगी। स्थानीय लोगों को केवल श्रोताओं के बैठने की व्यवस्था, स्थान उपलब्ध करवाना होगा। निदेशक ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि ये कथाएं तीन अथवा पांच दिवसीय होगी। जो कि रोजाना तीन घंटे चलेगी।
पहली कथा दस जुलाई से
108 कथाओं की श्रृंखला का पहला आयोजन 10 जुलाई से टोंक रोड के महावीरनगर स्थित श्रीराम मंदिर में होगा। इससे पहले सन् 2002 से 2005 तक 151 श्रीमद् भागवत् कथाएं की हैं। 18 से 23 जुलाई तक कौशल्यादास की बगीची के पास शहर स्थापना से पूर्व के हनुमान मंदिर में कथा होगी। इससे पहले कोरोना के समय में भी कथा आयोजित की जा चुकी है। नि:स्वार्थ भाव से असहाय तबके की मदद की जा रही है।
सेवा की अलख जगाना उद्देश्य
स्वामी अकिंचन ने बताया कि हनुमंत कथाओं के माध्यम से सेवा का संदेश पहुंचाना है। हनुमान जी भक्ति और सेवा के शिखर है। इसके बावजूद वे निरहंकारी है। अभिमान रहित होकर सेवा करना हनुमानजी के जीवन से ही सीखा जा सकता है। कथाओं के जरिए लोग समाज, धर्म और संस्कृति की सेवा की प्रेरणा लेंगे।