Jaipur सोने का भाव पांच साल में 41 हजार प्रति 10 ग्राम महंगा, खरीदारों को 126% रिटर्न
बुधवार को जयपुर में 22 कैरेट जेवराती सोना 68 हजार 900 रुपए के भाव बिका। उल्लेखनीय है कि 60 हजार से 70 हजार रुपए हाेने में साेने ने महज 423 दिन का समय लिया। पिछले साल 2 फरवरी काे साेना 60 हजार के पार हुआ था। अक्षय तृतीया पर प्रदेश में 400 किलो सोने के गहनाें की खरीदारी का अनुमान है। इसलिए महंगा; बाजार विश्लेषकों का कहना है कि कोविड के बाद दुनियाभर में बढ़ी महंगाई से मुकाबले के लिए निवेशक, सेंट्रल बैंक और अमीर सोना खरीद रहे हैं। भारत में अत्यधिक अमीर तबका (यूएचएनडब्ल्यूआई) सोने में निवेश बढ़ा रहा है। खासकर 240 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति वाले निवेशकों ने साेने में निवेश बढ़ाया है।
निवेश का सुरक्षित विकल्प, ईटीएफ या एफओएफ के जरिए भी खरीद सकते हैं सोना
अक्षय तृतीया को सोने में निवेश शुभ माना जाता है। आर्थिक अनिश्चितता के दौर में सोना निवेश का सुरक्षित विकल्प है। हालांकि, मौजूदा दौर में भौतिक सोना रखने में चुनौतियां हैं। इसके मद्देनजर सोने में निवेश के लिए गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) और एफओएफ (फंड ऑफ फंड्स) भी विकल्प है। विशेषज्ञों का कहना है कि गोल्ड ईटीएफ और एफओएफ में निवेश आसान है। ईटीएफ की कीमत सोने के भाव से जुड़ी होती है। स्टॉक एक्सचेंज पर ईटीएफ के शेयरों को खरीदा या बेचा सकता है। हालांकि, गोल्ड ईटीएफ में निवेश के लिए डीमैट या ट्रेडिंग खाता जरूरी है। निवेशक गोल्ड एफओएफ के माध्यम से साेने में निवेश का विकल्प चुन सकते हैं। वजन में हल्के गहने बिकने की उम्मीद; सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी जयपुर के अध्यक्ष कैलाश मित्तल और महामंत्री मातादीन सोनी के मुताबिक, कीमत अधिक होने के बावजूद 10 मई को अक्षय तृतीया पर आभूषणों की खुदरा मांग में सुधार की उम्मीद है। पिछले दिनों अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत में कमी से स्थानीय बाजार में सोना रिकॉर्ड स्तर से नीचे आया है। इससे हल्के गहनों की मांग बढ़ने की संभावना है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने अनुमान लगाया है कि अगर कीमत स्थिर रहीं तो सोने की मांग में सुधार आएगा। हालांकि, कीमत में तेजी रहती है तो मांग निचले स्तर पर भी हो सकती है।