Jaipur में युवक की हत्या मामले में फरार दम्पती सहित चार गिरफ्तार

दिल्ली बुलाकर एक कमरे में हाथ-पैर बांध व मुंह पर टेप चिपका कर बना लिया बंधक, शव दिल्ली के एक गंदे नाले में फेंका
एसीपी हरिशंकर शर्मा ने बताया कि अंजली व्यापारी दिलीप सांवरिया से रुपए उधार लेने लगी। बाद में व्यापारी को अपने प्रेम जाल में फंसा अवैध संबंध बना लिए। अंजलि ने दिलीप के पास मोटी रकम होने की संभावना पर अपहरण की साजिश रची। पति प्रदीप और ग्वालियर निवासी सहेली मुस्कान के दिल्ली निवासी परिचित विजय और उसके साथी संतोष, मनीष व मुकेश को साजिश में शामिल किया। अंजली 3 मई को दिल्ली चली गई। दिलीप उसके कहने पर 20 मई को परिजन को फरीदाबाद जाने की कहकर दिल्ली चला गया।
21 मई को हत्या, रात को ही शव ठिकाने लगाया: दिलीप 21 मई की सुबह दिल्ली पहुंच गया। अंजली उसको एक फ्लैट में लेकर गई। जहां अंजलि ने विजय, संतोष, मनीष व मुकेश को बुला लिया। चारों ने दिलीप के हाथ-पैर बांधकर मुंह पर टेप चिपका दी। फिर दिलीप के मोबाइल से ही उसके परिजन से 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी। दो-तीन घंटे बाद अंजली जयपुर लौट आई। चारों बदमाशों ने 21 मई की शाम को दिलीप की हत्या कर दी और शव तकिये, चद्दर, प्लास्टिक के कट्टों में लपेटकर दिल्ली स्थित सुल्तानपुरी माजरा सरकारी स्कूल के पास गंदे नाले में फेंक दिया। हत्या के दो दिन बाद आरोपी विजय जयपुर आया।