Jaipur श्रद्धालु घर में मिट्टी से बने भगवान गणेश की मूर्ति की करेंगे स्थापना
बच्चों में भी खासा उत्साह
स्पार्क हेल्थ आर्ट्स एंड सोशल क्लब, जयपुर की ओर से आयोजित कार्यशाला में
बच्चों ने अलग—अलग स्वरूप में गणेश प्रतिमाएं बनाईं। इस दौरान उनमें खासा उत्साह भी नजर आया। संस्थापक सारिका लुहाड़िया ने बताया कि पहल सराहनीय है। इससे लोग घर पर इकोफ्रेंडली प्रतिमाएं बनाने के लिए प्रेरित होंगे।
कम समय में हो जाएगी विसर्जित
चिकनी मिट्टी में गोबर और 76 औषधियों का अर्क मिलाकर पांच इंच ऊंची गणेश प्रतिमा तैयार की है। कृत्रिम रंग का इस्तेमाल नहीं किया गया। यह जल में तीन घंटे में पूरी तरह विसर्जित हो जाएगी।
पीओपी-सीमेंट से तैयार प्रतिमाएं स्वास्थ्य के लिहाज से नुकसानदायक हैं। इनके विसर्जन से जलीय जीव-जंतुओं को भी नुकसान होता है। इको फ्रेंडली प्रतिमा के विसर्जन में पानी भी कम खर्च होता है।
हाथों से निर्मित प्रतिमा से पर्यावरण को नुकसान नहीं है। मिट्टी से बनी प्रतिमा को घर में ही विराजित करेंगे। विसर्जन के बाद गणपति बप्पा घर में रहेंगे। वे परिवार के लिए समृद्धि-खुशहाली लाएंगे।