जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में हुए फर्जीवाड़ा और पेपरलीक के मामलों में फैसला लेने के लिए मुख्यमंत्री ने छह मंत्रियों की कमेटी बनाई है। यह भर्ती परीक्षा के संबंध में परीक्षण करने और संबंधित एजेंसियों व अधिकारियों के साथ चर्चा कर परीक्षा रद्द होगी या नहीं, इसकी सिफारिश करेगी। कमेटी का संयोजक संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल को बनाया गया है। सदस्य चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह, खाद्य मंत्री सुमित गोदारा, जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी, गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म और पीडब्ल्यूडी राज्य मंत्री मंजू बाघमार होंगे। कमेटी का प्रशासनिक विभाग गृह विभाग होगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव इसके सदस्य होंगे। कैबिनेट कमेटी को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए निश्चित समय तय नहीं किया गया है। ऐसे में कमेटी को फैसला लेने में समय लगने की संभावना है। बता दें कि कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने भी पिछले दिनों मुख्यमंत्री के एसीएस से मिलकर एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग की थी। पेपर लीक मामले में अब तक 42 ट्रेनी एसआई सहित 150 से ज्यादा गिरफ्तार हो चुके हैं।
भूपेंद्र सारण का छोटा भाई गोपाल पुणे से गिरफ्तार
जयपुर | एसआई भर्ती-2021 पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण के छोटे भाई गोपाल सारण को एसओजी ने पुणे से गिरफ्तार किया है। गोपाल को मंगलवार को कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है। गोपाल राजस्थान पुलिस सेवा से 2020 में बर्खास्त एसआई है। इसके बाद से वह बड़े भाई के साथ पेपर लीक गैंग में शामिल हो गया। भूपेंद्र के गिरफ्तार होने पर वह पुणे भाग गया था।एसओजी में एडीजी वीके सिंह ने बताया कि गोपाल पुणे में दो साल से स्क्रैप का काम कर रहा था। सूचना पर पहुंची टीम ने गोपाल को दुकान खोलने से पहले ही दबोच लिया। वह जिस कमरे में किराए से रहता था, वहां से कुछ दस्तावेज बरामद किए हैं। बता दें कि गोपाल जब पाली जिले में एसएचओ था, तब उसकी क्रूड ऑयल चोर गैंग से सांठगांठ थी। इस पर 2020 में उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया था।