Aapka Rajasthan

Jaipur शहर की 10 लाख की आबादी झेल रही पानी का संकट

 
Jaipur शहर की 10 लाख की आबादी झेल रही पानी का संकट
जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर सीवरेज सुविधा वाले शहरों में तय मानकों के अनुसार 135 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन पानी की उपलब्धता का प्रावधान हैं। ए श्रेणी के जयपुर शहर में पानी सप्लाई के मामले में इस मानक की पालना कागजों में ही होती दिख रही है। हकीकत यह है कि शहर में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 100 लीटर से भी कम पानी की उपलब्धता है। जिसका बड़ा कारण लो प्रेशर से पानी की सप्लाई होना माना जा रहा है। इस स्थिति में शहर की 10 लाख से ज्यादा की आबादी बूंद-बूंद का संकट झेल रही है।

प्रतिदिन 500 एमएलडी पानी की सप्लाई

जलदाय इंजीनियर भी स्वीकार करते हैं कि बीसलपुर से शहर में प्रतिदिन लगभग 500 एमएलडी (50 करोड़ लीटर) पानी की सप्लाई हो रही है। अगर 135 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन के मानक से हिसाब लगाए तो यह पानी लगभग 40 लाख आबादी की ही प्यास बुझा पा रहा है।

प्रतिदिन 40 लाख लीटर पानी टैंकरों से सप्लाई

जलदाय इंजीनियरों का दावा है कि वे शहर की पेयजल जरूरतों के अनुसार पानी की सप्लाई कर रहे हैं। इसके बाद भी शहर में प्रतिदिन 40 लाख लीटर पानी टैंकरों से सप्लाई किया जाना जलदाय इंजीनियरों के दावे की पोल खोल रहा है। जिन इलाकों में लो-प्रेशर से पानी की सप्लाई है, वहां हो-हल्ला नहीं मचे इसलिए विभाग टैंकरों से पानी की सप्लाई कर रहा है। जलदाय विभाग के सचिव डॉ. समित शर्मा ने मंगलवार को गांधी नगर स्थित अतिरिक्त मुय अभियंता कार्यालय में जयपुर शहर की पेयजल व्यवस्था की समीक्षा की। डॉ.शर्मा ने बैठक में मौजूद इंजीनियरों से कहा कि नलकूप शहर की पेयजल व्यवस्था की मुय कड़ी है। इन पर लो मीटर लगाए जाएं, जिससे यह पता चल सके कि नलकूप पानी दे रहा है या खराब है। उन्होंने कहा कि, इंजीनियर टैंकरों से जल वितरण की मॉनिटरिंग करें जिससे लोगों में सरकार व विभाग के प्रति नाराजगी नहीं हो। बैठक में मुय अभियंता शहरी आर.के. लुहाड़िया, एसीई अमिताभ शर्मा व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।