Aapka Rajasthan

Jaipur डमी अभ्यर्थी पकड़े जाने के बाद भी बोर्ड ने बनाया पटवारी

 
Jaipur डमी अभ्यर्थी पकड़े जाने के बाद भी बोर्ड ने बनाया पटवारी
जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर पेपरलीक और भर्ती फर्जीवाड़े में सरकारी सिस्टम की मिलीभगत गहरी है। ऐसे मामलों में कई सरकारी कर्मचारियों की गिरफ्तारी के अलावा हाल ही एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पटवारी भर्ती 2021 में एक डमी अभ्यर्थी परीक्षा देते रंगे हाथ पकड़ा गया था। डमी के साथ मूल अभ्यर्थी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। कर्मचारी चयन बोर्ड ने परिणाम जारी कर उसे पटवारी बना दिया, जो परीक्षा केन्द्र पर ही नहीं गया। अब मामला खुला तो गत सप्ताह ही पटवारी को बर्खास्त किया गया है। दरअसल, वर्ष 2021-22 में हुई इस धांधली का खुलासा गत माह हुुआ, जब एसओजी की एंटी पेपरलीक टीम (एसआईटी) ने उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा में बैठे डमी अभ्यर्थी को पकड़ा। इसके बाद जयपुर स्थित आरपीए में ट्रेनिंग लेते हुए थानेदार को भी गिरफ्तार किया।

जिसके स्थान पर डमी अभ्यर्थी पकड़ा गया था। इस मामले की पड़ताल में सामने आया कि वर्ष 2021 में पटवारी भर्ती परीक्षा में 23 अक्टूबर 2021 को सोढ़ाला के श्री कुमावत क्षत्रीय स्कूल में डमी अभ्यर्थी पकड़ा गया था। यहां परीक्षार्थी भूपेन्द्र कुमार मीना के स्थान पर परीक्षा देते जालोर के सुनील गोदारा को पकड़ा था। उसकी ओमएमआर शीट पर इसका नोट भी डाला था। पुलिस ने परीक्षार्थी भूपेन्द्र के साथ इस मामले में मध्यस्थ बने ओमप्रकाश व रामलाल को भी गिरफ्तार किया था। ओमप्रकाश सुनील का भाई है तथा रामलाल पेशे से पीटीआई है। पुलिस ने चारों के खिलाफ चार्जशीट भी पेश की। परिणाम जारी करते समय परीक्षा केन्द्र अधीक्षक की रिपोर्ट पर कोई प्रसंज्ञान नहीं लिया गया। इसके बाद परिणाम के आधार पर आरोपी भूपेन्द्र की एसपी दौसा से चरित्र रिपोर्ट मांगी। दिसम्बर 2022 में एसपी की ओर से जारी चरित्र सत्यापन रिपोर्ट में आरोपी के प्रकरण की पूरी जानकारी देने के बाद भी उस परकार्रवाई नहीं की गई। अब मामला सामने आया तो उसी रिपोर्ट को आधार बनाकर कोटा कलक्टर ने भूपेन्द्र को सेवा से बर्खास्त किया है। करीब डेढ़ साल तक आरोपी वेतन-भत्ते लेता रहा।

बिना परीक्षा जारी कर दिया परिणाम

परीक्षा केन्द्र अधीक्षक की रिपोर्ट व सोढ़ाला पुलिस की चार्जशीट में स्पष्ट है कि महुवा निवासी भूपेन्द्र ने परीक्षा ही नहीं दी थी। इसे नजरअंदाज कर बोर्ड ने उसका परिणाम जारी कर दिया। इसी आधार पर उसे वर्ष 2022 में नियुक्ति भी दे दी। वह महीनों से नौकरी भी कर रहा था।