जयपुर, वोट मांगने पर बीजेपी कार्यकर्ताओं को पेड़ से बांधा?

जयपुर न्यूज़ डेस्क , सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें दावा किया गया है कि बीजेपी कार्यकर्ता वोट आधार ने उससे लेबर पार्टी का झंडा पेड़ से फहराया. वायरल वीडियो में तीन लोग एक पेड़ से लटकते नजर आ रहे हैं. उनके गणमान्य लोग भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ नारे लगा रहे हैं और बीजेपी के झंडे जला रहे हैं. यह वीडियो 12 नवंबर को सोशल मीडिया पर सामने आया। एक्स वेरी सम्राट शिवम यादव ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा- 'वीडियो राजस्थान के किसी गांव का बताया जा रहा है. राजस्थान की जनता में सबसे ज्यादा गुस्सा बीजेपी नेताओं का है. देखिए, गांव में वोट चैंपियनशिप में पहुंचे ये बीजेपी कार्यकर्ता! फिर उसे पेड़ से बांध कर पीटा गया. जनता ने समर्थन किया और भाजपा का झंडा भी जलाया। यह सब देखने के बाद अंधभक्तों में भय व्याप्त हो गया। पीट.'
- वायरल वीडियो का सच जानने के लिए सबसे पहले गूगल पर अलग-अलग कीवर्ड से सर्च करें। जिसमें डेली भास्कर डॉट कॉम पर छपी तीन साल पुरानी खबर मिली। खबर में मिला वीडियो और वायरल वीडियो एक ही थे. (खबर यहां पढ़ें)
दार्शनिक को पेड़ से लटकाया गया, नारा था बीजेपी की 'हाय-हाय' साजिश!
- दरअसल यह वीडियो पंचायत चुनाव 2020 में टिकट वितरण को लेकर असंतोष का था। इससे नाराज बीजेपी तानाशाह ने नागौर के हरसौर मंडल अध्यक्ष वैष्णव और मंडल उपाध्यक्ष राजेश को पेड़ से बांध दिया था और बीजेपी हाय-हाय के नारे लगाए थे।
दार्शनिक ने बीजेपी के झंडे को भी नकारते हुए पार्टी के खिलाफ कहा था.
-भैरूंदा निवासी वैज्ञानिक सुरेश व्यास समिति का विरोध कर रहे हैं। भाजपा के टिकट पर पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लड़ने के लिए भी भुगतान करना होगा।
3 साल पहले डेगाना विधानसभा क्षेत्र में भैरूंदा पंचायत समिति बनी थी और इसके लिए चुनाव हो रहे थे. हरसौर-भैरूंदा के भाजपा मंडल एवं विधानमंडल दल ने आरोप लगाया कि यहां राजसमंद के संस्थापक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री अजय सिंह किलक एवं विधानमंडल के पुराने विधानमंडल के लोगों को टिकट नहीं दिए गए। इसी के विरोध में घटना को अंजाम दिया गया. वीडियो में दावा किया जा रहा है कि मिनिस्मी और झोट सेवेसी के सहयोगी राज्यवर्धन सिंह ने आम जनता को चुनौती देते हुए गांवों में जीत की बात कही है. (पूरी खबर पढ़ें)