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Jaipur एसीएस शुभ्रा सिंह ने महिला अस्पताल में देखी व्यवस्थाएं, जांची खाने की गुणवत्ता

 
Jaipur एसीएस शुभ्रा सिंह ने महिला अस्पताल में देखी व्यवस्थाएं, जांची खाने की गुणवत्ता

जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के दौरे के बाद अब प्रशासन के दूसरे उच्च अधिकारी भी अपने-अपने विभागों में दौरा कर व्यवस्थाएं देखने में जुट गए। हेल्थ डिपार्टमेंट की एसीएस शुभ्रा सिंह के निर्देश पर शनिवार को चिकित्सा शिक्षा विभाग के कमिश्नर शिव प्रकाश नकाते और संयुक्त सचिव ने सांगानेरी गेट स्थित महिला अस्पताल, जेके लोन हॉस्पिटल और जयपुरिया हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान रजिस्ट्रेशन काउंटर पर लंबी लाइन को देखते हुए उन्होंने काउंटर बढ़ाने के निर्देश दिए।

एसीएस शुभ्रा सिंह खुद महिला अस्पताल गईं, जहां उनके साथ एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल राजीव बगरहट्टा समेत अन्य डॉक्टर मौजूद रहे। एसीएस ने हॉस्पिटल में भर्ती महिला मरीजों के वार्ड में जाकर उनकी स्थिति देखी और उनसे फीडबैक लिया। एसीएस ने हॉस्पिटल में बने कुछ टॉयलेट और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की खराब स्थिति देखी तो उसे ठीक करवाने के लिए कहा। इससे पहले उन्होंने हॉस्पिटल में मौजूद किचन का राउंड करके वहां की साफ-सफाई और खाने की क्वालिटी को देखा। उन्होंने बताया कि तीन हफ्ते पहले जब हमारी टीम यहां आई थी, तब 60 फीसदी टॉयलेट गंदे थे, आज उनमें से 25 फीसदी में बेहतर सुधार हो चुका है।

ट्रॉमा सेंटर जल्द शुरू करने के निर्देश

एसीएस के अलावा कमिश्नर शिव प्रकाश नकाते ने जे.के. लोन हॉस्पिटल का दौरा किया और वहां की ओपीडी की व्यवस्था देखी। उन्होंने भी यहां ओपीडी और रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मरीजों की लंबी भीड़ को देखते हुए इसे कम करने पर काम करने के निर्देश दिए, ताकि मरीजों को घंटों तक ओपीडी पर्ची, इलाज और जांच के लिए परेशान नहीं होना पड़े। इधर, संयुक्त सचिव इकबाल खान ने जयपुरिया हॉस्पिटल का दौरा किया और वहां सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने हॉस्पिटल में काम चल रहे ट्रॉमा सेंटर को भी देखा और इसे जल्द शुरू करने के निर्देश दिए। बता दें कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पिछले महीने एसएमएस हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया था, तब उन्होंने अस्पतालों में बेसिक सुविधाएं जैसे वार्डों में गंदे टॉयलेट, हॉस्पिटल परिसर में गंदगी, मरीजों के पीने के लिए शुद्ध पानी की व्यवस्था, मरीजों की समस्या दूर करने के लिए हेल्प डेस्क, परिजनों के लिए हॉस्पिटल परिसर में बैठने की अच्छी व्यवस्था, दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश दिए थे।