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जयपुर, साईवाड़ से जमवारामगढ़ रोड होकर सायपुरा गुजरने वाली सड़क का मामला आया सामने

 
साईवाड़ से जमवारामगढ़ रोड होकर सायपुरा गुजरने वाली सड़क का मामला आया सामने 

जयपुर न्यूज़ डेस्क , साईवाड़ से जमवारामगढ़ रोड होकर सायपुरा व चावंड का मंड स्टैंड होते हुए ओवरलोड पत्थरों से भरी ट्रैक्टर ट्रॉलियां बेखौफ गुजरती है। यहां हमेशा बड़ा हादसा होने का डर बना रहता है। ट्रैक्टर चालक ओवरलोड पत्थर भरने के बाद बेखौफ होकर तेज गति से ट्रैक्टर दौड़ाते हैं। तेज गति से ट्रैक्टर ट्रॉलियां दौड़ने के कारण ट्रॉली से पत्थर गिरने से कई बार राहगीर व वाहन चालक हादसे का भी शिकार हो चुके हैं। पुलिस प्रशासन इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।

स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस की ओर से ट्रैक्टर के इंशोरेंस, चालक के लाइसेंस तक की भी जांच नहीं की जा रही है। ग्रामीणों ने ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। चावंड का मंड सरपंच सुनीता शर्मा ने बताया कि रोजाना पत्थरों से ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रॉलियां सायपुरा व चावंड का मंड स्टैंड से गुजरते हैं। तेज गति से ट्रैक्टर ट्रॉलियां दौड़ने के साथ ही तेज आवाज में गाने बजा कर रखते हैं। तेज आवाज में गाने बजाने की वजह से पीछे से आ रहे वाहनों का उनको पता नहीं लगता, जिससे कई बार वाहन एक दूसरे को क्रॉस करते हैं तब कई वाहनों पर ट्रॉलियां में से पत्थर गिर जाते है। सुनीता ने बताया कि कई बार पुलिस व प्रशासन को शिकायत करने के बाद भी अब तक इन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

बेखौफ ओवरलोड ट्रैक्टर ट्राली दौड़ाने वाले चालकों को शायद पुलिस और प्रशासन का डर नहीं है। स्थानीय निवासी रूपेश शर्मा ने बताया कि सायपुरा में मार्केट से मात्र 100 मीटर की दूरी पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय है। ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रॉलियां तेज गति से स्कूल के आगे से गुजरती है। जिसकी वजह से स्कूल के बच्चों को हादसा होने का डर बना रहता है। स्कूल के बच्चे पत्थरों से ओवरलोड ट्रैक्टर ट्राली को देखकर रास्ते से दूर होकर खड़े हो जाते हैं। ग्रामीणों ने ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रॉलियों का संचालन बंद करने की मांग की है।रोजाना पत्थर से ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रालियां बेखौफ दौड़ रही हैं। घनी आबादी क्षेत्र से तेज गाने बजाकर तेज गति से ट्रैक्टर ट्रालियां दौड़ते हैं। पुलिस व प्रशासन को कई बार शिकायत की गई है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। एक बार फिर पुलिस व प्रशासन को पत्र लिखकर इन पर कार्रवाई की मांग करेंगे।