Jaipur 50% सड़कों पर फुटपाथ, केवल 65% सड़कें चलने योग्य
जेडीए के लिए फुटपाथ महत्वपूर्ण नहीं
वर्ष 2019 में ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की तीन बैठकें हुईं। इसमें हर बार फुटपाथ की मरमत करने पर चर्चा हुई। बैठक के बाद जो मिनट्स लिखे उसमें उल्लेखित था कि जयपुर की मुय सड़कों पर पैदल यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए फुटपाथों की मरमत की जाएगी। इसका काम भी शुरू करवा दिया है। बैठक में तीन माह में एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश भी दिए। हर बार इस बिन्दु को बैठक में कॉपी-पेस्ट किया गया। वर्ष 2019 में ही शहर के प्रमुख 10 चौराहों को पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए सुधार भी करना था। इनमें जवाहर सर्कल, यूनिवर्सिटी क्रॉसिंग, रामबाग सर्कल, मानसरोवर मेट्रो जंक्शन, रिद्धि-सिद्धि चौराहा, गवर्नमेंट चौराहा, बी-टू बाइपास, कलक्ट्रेट सर्कल, स्टेच्यू सर्कल आदि शामिल हैं। इनमें से जवाहर सर्कल और बी टू बाइपास चौराहे पर ही काम हुआ है। बाकी चौराहों पर जेडीए का काम ही नजर नहीं आया।
टूरिस्ट सिटी में पैदल चलने वाले ज्यादा
तमाम एक्सपर्ट इस बात को मानते हैं कि विश्व में जितनी भी टूरिस्ट सिटी हैं, वहां पैदल चलने वालों की संया ज्यादा होती है। यही वजह है कि इन शहरों में पैदल चलने वालों को न सिर्फ बेहतर फुटपाथ दिए जाते हैं, बल्कि उन फुटपाथ पर मूलभूत सुविधाएं भी विकसित करते हैं।