Jaipur पाली में नकली देसी घी बनाकर जयपुर में सप्लाई, 2500 किलो घी जब्त
24 घंटे में 2500 लीटर घी तैयार हो गया. सूचना की पुष्टि के लिए क्राइम ब्रांच ने दाे को ग्राहक बनाकर पार्श्व फूड प्रोडक्ट्स फैक्ट्री में भेजा। उन्होंने फैक्ट्री संचालक रानी निवासी भरत जैन और दिनेश से बात की और 2500 लीटर घी खरीदने को कहा। इसके लिए संचालकों ने दो दिन का समय मांगा। फैक्ट्री संचालकों ने 24 घंटे के भीतर 2500 लीटर घी तैयार करने की जानकारी दी। पाली और रानी थाना पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच की टीम ने गुरुवार रात पार्श्व फूड प्रोडक्ट्स फैक्ट्री पर छापा मारा। 2500 लीटर नकली घी बरामद। 200 लीटर से अधिक बदबूदार घी नष्ट कराया गया। एक साल से चल रही थी फैक्ट्री... जांच में पता चला कि इस फैक्ट्री में एक साल से घी तैयार किया जा रहा था। पहले यह फैक्ट्री रतन दीप नाम से संचालित होती थी। फैक्ट्री में श्री पार्श्व गोल्ड, श्री पार्श्व प्रीमियम क्वालिटी, श्री नवकार प्यार घी ऑर्गेनिक, स्वागतम गाय घी, देसी गाय घी ब्रांड के तहत निर्माण किया जा रहा है। फैक्ट्री संचालक भरत जैन व्यापारियों को 440 से 450 रुपए में घी बेचता था। व्यापारी इसे 700 रुपए में बेचते थे।
दिल और लीवर के लिए खतरनाक
एसएमएस अस्पताल में मेडिसिन के डॉ. पुनीत सक्सेना और आरयूएचएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अजीत सिंह के मुताबिक, नकली घी में केमिकल मिलाया जाता है, जो न सिर्फ शरीर के पाचन तंत्र को खराब करता है, बल्कि दिल और लिवर पर भी असर डालता है। लगातार नकली घी के सेवन से शरीर में ऑर्गन फेलियर का खतरा रहता है.
घी बनाने वाली फैक्ट्री और घी के पैकेट के नाम और पते अलग-अलग हैं
एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि पाली के रानी में स्टेशन रोड स्थित पार्श्व फूड प्रोडक्ट्स फैक्ट्री में नकली घी बनाने और जयपुर इलाके में घी सप्लाई करने की सूचना मिली थी. इसके बाद आईजी प्रफुल्ल कुमार की मॉनिटरिंग में एडिशनल एसपी आशाराम चौधरी और इंस्पेक्टर सुभाष सिंह को इस ऑपरेशन को अंजाम देने की जिम्मेदारी दी गई. हेड कांस्टेबल महेश कुमार, रवीन्द्र सिंह, राकेश जाखड़, कांस्टेबल नरेश कुमार व सुरेश कुमार की टीम रानी भेजी गई। एडीजी एमएन ने बताया कि घी बनाने वाली फैक्ट्री और पैकेट पर लिखे नाम-पते अलग-अलग पाए गए। इस फैक्ट्री में तैयार घी के पैकेटों पर जैनम मिल्क प्रोडक्ट कृषि मंडी रानी और निर्माता का नाम शिव शक्ति सेल्स जिला पाली लिखा होता है। जिसकी टीम जांच कर रही है।