Jaipur 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर, 24वीं तिथि, 24वां वर्ष शुभ
जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर भगवान महावीर के 2551वें निर्वाणोत्सव अहिंसा पर्व वर्ष समारोह का गुरुवार को शुभारंभ हुआ है। नारायण सिंह तिराहा स्थित भट्टारकजी की नसियां के तोतूका भवन में कार्यक्रम रखा गया। मुख्य अतिथि राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने भगवान महावीर के चित्र का लोकार्पण कर दीप प्रज्वलन के साथ समारोह का उद्घाटन किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में जैन बन्धु मौजूद रहे।
यह कार्यक्रम राजस्थान जैन सभा के तत्वावधान में सकल जैन समाज की ओर से हुआ। आचार्य शशांक सागर महाराज ससंघ के सान्निध्य में हुए समारोह में विशिष्ट अतिथि समाजश्रेष्ठी सुधांशु कासलीवाल, उमराव मल संघी एवं प्रमोद पहाड़िया ने भी संबोधित किया।
राज्यपाल बागड़े ने कहा कि जैन धर्म में ऋषभदेव से भगवान महावीर तक तीर्थंकरों की परम्परा रही है। भगवान महावीर के सिद्धांत जीओ और जीने दो सहित सत्य, अहिंसा, अचौर्य, शाकाहार, ब्रह्मचर्य आज भी प्रासंगिक हैं। क्षमापना पर्व को भगवान महावीर की देन बताते हुए कहा कि जो क्षमा करता है, वह मन से बड़ा होता है।क्षमा से मन विशुद्ध होता है। उन्होंने कहा कि आज का दिन न केवल जैन समाज के लिए बल्कि सम्पूर्ण मानवता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि महावीर स्वामी ने अपने जीवन के माध्यम से सत्य, अहिंसा, करुणा और अपरिग्रह के जो मूल्य हमें प्रदान किए, वे आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने उस समय थे। इससे पहले राज्यपाल ने आचार्य शशांक सागर को श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद लिया।