ISI के निशाने पर अजमेर शरीफ, RDX-IED ड्रोन हमले की मिली धमकी, हाई अलर्ट
राजस्थान का अजमेर शहर एक बार फिर हाई अलर्ट पर है। बुधवार को अजमेर कलेक्ट्रेट और मशहूर अजमेर शरीफ दरगाह को एक बार फिर बम की धमकी मिली। धमकी मिलते ही जिला प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां तुरंत हरकत में आ गईं और कलेक्ट्रेट और दरगाह के आसपास गहन तलाशी अभियान शुरू कर दिया। उन्होंने दोनों जगहों को हाई अलर्ट पर रखा और सुरक्षा बढ़ा दी।
जगह खाली कराई गई
बम की धमकी मिलते ही सुरक्षा एजेंसियों ने एहतियात के तौर पर तुरंत दरगाह परिसर को खाली कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी। प्रशासन ने किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए परिसर में आम लोगों के आने पर भी कुछ समय के लिए रोक लगा दी है। मौजूदा खतरे को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां पूरे इलाके में हाई अलर्ट पर हैं। पुलिस टीमें, डॉग स्क्वॉड, मेटल डिटेक्टर और एडवांस्ड इक्विपमेंट कलेक्ट्रेट और दरगाह परिसर की गहन तलाशी ले रहे हैं और सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
धमकी किसने दी?
बुधवार सुबह, अजमेर कलेक्ट्रेट को एक संदिग्ध धमकी भरा ईमेल मिला, जिसमें पाकिस्तान और तमिलनाडु के आतंकवादी ग्रुप से जुड़े एक नेटवर्क का हवाला देते हुए कलेक्ट्रेट और अजमेर दरगाह को उड़ाने की धमकी दी गई थी। ईमेल में दावा किया गया है कि पाकिस्तानी IG ने पांच महीने पहले अजमेर कलेक्ट्रेट पर हमला करने का प्लान बनाया था और अब "ऑपरेशन UAE-कॉन्सुलट" के तहत ड्रोन का इस्तेमाल करके RDX-बेस्ड IED प्लांट करने का प्लान बना रहा है। ईमेल में यह भी कहा गया है कि हमलावर, जो पुरुषों और महिलाओं की एक टीम है, दरगाह और कलेक्ट्रेट दोनों को टारगेट करने का प्लान बना रहे हैं।
ईमेल में एक आतंकवादी संगठन और पाकिस्तान-ISI कनेक्शन का ज़िक्र है।
धमकी भरे ईमेल में खुद को "एक्स-तमिल टाइगर्स" बताने वाले इस ग्रुप का दावा है कि वे अब तमिलनाडु-बेस्ड TNLA और DMK की साइबर गुरिल्ला विंग से जुड़े हुए हैं। ईमेल में पाकिस्तान-ISI-DMK नेक्सस का भी ज़िक्र है। इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान और दक्षिण भारत में काम कर रहे नेटवर्क मिलकर ब्राह्मण-भद्र असर को कमज़ोर करने के लिए हमलों की स्ट्रेटेजी बना रहे हैं। ईमेल में अजमेर दरगाह को टारगेट करने, उसे "हराम" कहने और "इंजीनियरिंग चमत्कार" में कलेक्ट्रेट को उड़ाने जैसी भाषा का इस्तेमाल किया गया है।
प्रशासन अलर्ट पर, ईमेल की जांच शुरू हो गई है
ईमेल मिलने के बाद जिला प्रशासन और पुलिस हरकत में आ गए हैं। ADM सिटी नरेंद्र कुमार मीणा ने कहा कि साइबर टीम ईमेल के सोर्स की जांच कर रही है, और दरगाह इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
पहले भी मिल चुकी हैं धमकियां
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब दरगाह को इस तरह बम की धमकी मिली हो। 4 दिसंबर को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दौरे से पहले भी दरगाह को ऐसी ही बम की धमकी मिली थी, जिसके चलते जगह खाली करा ली गई थी। पुलिस फिलहाल इस धमकी को गंभीरता से ले रही है और कॉल करने वाले और धमकी के सोर्स का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
