भरतपुर से जयपुर ले जाते समय नवजात की मौत, एम्बुलेंस में ऑक्सीजन खत्म होने का आरोप
भरतपुर जिले से जयपुर इलाज के लिए ले जाए जा रहे एक नवजात शिशु की रास्ते में मौत हो जाने का मामला सामने आया है। परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखे गए बच्चे को ले जा रही एम्बुलेंस में रास्ते में ही सिलेंडर की ऑक्सीजन खत्म हो गई, जिसके कारण समय पर सांस नहीं मिल पाई और नवजात की जान चली गई। घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया, वहीं स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार, नवजात शिशु का जन्म भरतपुर के एक सरकारी अस्पताल में हुआ था। जन्म के बाद उसकी हालत नाजुक बताई जा रही थी और उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे को बेहतर इलाज के लिए जयपुर रेफर करने का निर्णय लिया। इसके बाद शिशु को ऑक्सीजन सपोर्ट पर एम्बुलेंस के जरिए जयपुर भेजा गया।
परिजनों का आरोप है कि एम्बुलेंस में लगाए गए ऑक्सीजन सिलेंडर की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। उनका कहना है कि जयपुर पहुंचने से पहले ही ऑक्सीजन खत्म हो गई, जिससे नवजात की तबीयत और बिगड़ गई। परिजनों के अनुसार, उन्होंने रास्ते में कई बार एम्बुलेंस स्टाफ को ऑक्सीजन की स्थिति के बारे में बताया, लेकिन समय रहते कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई। कुछ ही देर बाद नवजात की सांसें थम गईं।
घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन और एम्बुलेंस सेवा पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यदि एम्बुलेंस में अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर या बैकअप की व्यवस्था होती, तो बच्चे की जान बचाई जा सकती थी। परिजनों ने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
