'सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बना देते तो...' कांग्रेस के बागी नरेश मीणा का कांग्रेस आलाकमान और गहलोत पर बड़ा हमला
जयपुर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान में विधानसभा की 7 सीटों पर उपचुनाव का बिगुल बज चुका है. 13 नवंबर को प्रदेश की 7 सीटों पर उपचुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. उपचुनाव में कांग्रेस से बागी होकर नरेश मीणा भी ताल ठोक रहे हैं. नरेश मीणा के मैदान में उतरने से देवली-उनियारा सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया. हनुमान बेनीवाल के ऐलान के बाद शिव विधानसभा से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने भी उपचुनाव में नरेश मीणा को समर्थन देने के संकेत दे दिए हैं. संभावना है कि वह नरेश मीणा का चुनाव प्रचार कर सकते हैं. रविंद्र भाटी के समर्थन के ऐलान से उपचुनाव में कांग्रेस के लिए बड़ी टेंशन होगी.
सचिन पायलट पर बोलकर बढ़ाया सियासी पारा
कांग्रेस से बागी हुए नरेश मीणा ने क्षेत्रीय सांसद हरीश मीणा पर 8 करोड़ रुपये में टिकट बेचने का आरोप लगाने के बाद अब सचिन पायलट को बड़ा बयान दिया है. कांग्रेस से नाराजगी और बीजेपी से मिलने वाली चुनौती के बारे में बात करते हुए नरेश मीणा ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि राजनीतिक पार्टियां युवाओं की राजनीति हत्या करती हैं. अगर 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस मुख्यमंत्री बना देती तो राजस्थान में बीजेपी की सरकार नहीं बनती. उनके इस बयान के बाद उपचुनाव में सियासी पारा और हाई होने वाला है.
नरेश मीणा ने विजय बैंसला से मांगा समर्थन
नरेश मीणा को लेकर बड़ी बात है कि उनके देवली- उनियारा सीट पर मैदान में उतरने से कांग्रेस का समीकरण बिगड़ सकता है. रविंद्र भाटी के समर्थन के ऐलान के बाद इस सीट पर मुकाबला और कांटे का हो गया है. पहले हनुमान बेनीवाल, फिर रविंद्र भाटी के समर्थन के बाद नरेश मीणा राजकुमार रोत ओर चंद्रशेखर आजाद के समर्थन की उम्मीद पाले हैं. इसके बाद अब वह एक कदम आगे बढ़कर सामाजिक समरसता का ताना-बाना मजबूत करने की बात करते हुए गुर्जर नेता विजय बैंसला से अपने लिए समर्थन भी मांग रहे हैं. बता दें कि नरेश मीणा का "5 पांडव" वाला एक पोस्टर सामने आया था. जिसमें वह राजकुमार रोत, हनुमान बेनीवाल, रविंद्र सिंह भाटी और चंद्रशेखर आजाद के साथ दिखाया गया.
13 नवंबर को होगा राजस्थान में उपचुनाव
बता दें कि राजस्थान में 7 सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे, जबकि झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के साथ ही राजस्थान उपचुनाव के भी नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. जिन 7 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें 5 विधायक के सांसद बनने के बाद सीट खाली हुई है. वहीं, 2 सीटों पर विधायकों के निधन के उपचुनाव हो रहा है. रामगढ़ सीट कांग्रेस विधायक जुबैर खान और सलूंबर सीट भाजपा विधायक अमृतलाल मीणा के निधन के कारण खाली हुई है. उपचुनाव वाली 7 में से 4 सीटें कांग्रेस थी, जबकि एक-एक सीट पर बीजेपी, आरएलपी और बीएपी के विधायक थे.