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पहली बार जा रहे है खाटू धाम तो वीडियो में जानिए बाबा के पसंदीदा भोग, अगर चढ़ाया प्रेम से तो हर मुराद होती है पूरी

पहली बार जा रहे है खाटू धाम तो वीडियो में जानिए बाबा के पसंदीदा भोग, अगर चढ़ाया प्रेम से तो हर मुराद होती है पूरी
 
पहली बार जा रहे है खाटू धाम तो वीडियो में जानिए बाबा के पसंदीदा भोग, अगर चढ़ाया प्रेम से तो हर मुराद होती है पूरी

अगर आप खाटू श्याम बाबा के धाम जाते हैं, तो उनकी पूजा के दौरान आपको कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए। मान्यता है कि पूजा के दौरान खाटू श्याम बाबा को कई चीज़ें चढ़ाई जाती हैं और खास चीज़ों का भोग लगाया जाता है। बाबा खाटू श्याम बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं। उनकी कृपा से लोगों के जीवन में खुशियाँ बनी रहती हैं।

कच्चा गाय का दूध: खाटू श्याम बाबा का सबसे प्रिय भोग कच्चा गाय का दूध माना जाता है। मान्यता है कि खाटू की धरती पर ही बाबा श्याम ने सबसे पहले गाय माता के कच्चे दूध को प्रसाद के रूप में ग्रहण किया था। गाय का ताज़ा, बिना छना हुआ या उबला हुआ कच्चा दूध चढ़ाना सबसे शुभ माना जाता है।

खीर और चूरमा: द्वादशी और विशेष अवसरों पर हर घर में ज्योत के रूप में बाबा को खीर और चूरमा का भोग लगाया जाता है। यह बाबा श्याम का बहुत प्रिय और प्रसिद्ध भोग है। बाबा को शुद्ध देसी घी में बना चूरमा और खीर का भोग लगाएं। इससे लोगों की मनोकामनाएँ शीघ्र पूरी होती हैं।

गुलाब का फूल और इत्र: खाटू श्याम बाबा को गुलाब के फूल बहुत प्रिय हैं। ऐसा माना जाता है कि जहाँ बाबा श्याम का जन्म हुआ था, वहाँ गुलाबों की नगरी थी और उन्हें गुलाबों से खेलना बहुत पसंद था। बाबा को लाल गुलाब के फूल, गुलाब की माला और गुलाब का इत्र अर्पित करें। गुलाब के बिना बाबा श्याम का श्रृंगार अधूरा माना जाता है।

पेड़े और अन्य दूध से बनी मिठाइयाँ: बाबा श्याम को दूध से बनी मिठाइयाँ, खासकर खोए के पेड़े और लड्डू बहुत पसंद हैं। शुद्ध दूध और खोए की मिठाइयों का भोग लगाएँ। बाबा श्याम को पंचमेवा (बादाम, काजू, छुहारा, मिश्री और किशमिश) भी बहुत पसंद है। यह प्रसाद लंबे समय तक खराब नहीं होता। इन सभी मेवों को मिलाकर पंचमेवा प्रसाद तैयार करें और बाबा को भोग लगाएँ।

तुलसी दल: खाटू श्याम भगवान कृष्ण के कलयुगी अवतार हैं, इसलिए उन्हें तुलसी दल भी अर्पित किया जाता है क्योंकि यह भगवान विष्णु को प्रिय है। भोग लगाते समय उस पर तुलसी का पत्ता अवश्य रखें। आप अपनी श्रद्धानुसार अन्य मीठे व्यंजन, फल और सात्विक भोजन भी अर्पित कर सकते हैं। भोग हमेशा पवित्रता और पूरी श्रद्धा के साथ बनाना और अर्पित करना चाहिए।