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25 हजार की रिश्वत लेते पकड़े गए होमगार्ड कमांडेंट नवनीत जोशी और चंद्रपाल सिंह, देखे वीडियो में पहले भी थे भ्रष्टाचार के आरोप

25 हजार की रिश्वत लेते पकड़े गए होमगार्ड कमांडेंट नवनीत जोशी और चंद्रपाल सिंह, देखे वीडियो में पहले भी थे भ्रष्टाचार के आरोप
 
25 हजार की रिश्वत लेते पकड़े गए होमगार्ड कमांडेंट नवनीत जोशी और चंद्रपाल सिंह, देखे वीडियो में पहले भी थे भ्रष्टाचार के आरोप

राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए होमगार्ड विभाग के कमांडेंट नवनीत जोशी और कंपनी कमांडर चंद्रपाल सिंह को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई 7 जुलाई को जयपुर में की गई, जिसने विभागीय कार्यप्रणाली और भ्रष्टाचार के खिलाफ उदासीन रवैये को एक बार फिर उजागर कर दिया।

पहले भी लग चुके थे गंभीर आरोप

जानकारी के अनुसार, नवनीत जोशी के खिलाफ होमगार्ड के कई जवानों ने पहले भी भ्रष्टाचार, जबरन बंधी वसूली और मनमानी की शिकायतें मुख्यालय तक की थीं। जवानों ने आरोप लगाया था कि जोशी ड्यूटी लगाने के बदले पैसे की मांग करते थे और विरोध करने वालों को मानसिक उत्पीड़न झेलना पड़ता था। इसके बावजूद विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई थी, जिससे जवानों में रोष भी था।

रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

ACB की टीम को शिकायत मिली थी कि नवनीत जोशी और चंद्रपाल सिंह, ड्यूटी लगाने के एवज में एक होमगार्ड से 25 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहे हैं। शिकायत की पुष्टि होने के बाद ACB ने जाल बिछाया और दोनों अधिकारियों को रंगे हाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।

विभाग पर उठे सवाल

इस कार्रवाई के बाद होमगार्ड विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। जवानों का कहना है कि जब उन्होंने पहले ही आरोपों और शिकायतों के साथ सबूत दिए थे, तब विभाग ने जांच क्यों नहीं की? कई जवानों का यह भी आरोप है कि ऊपरी स्तर पर इन अधिकारियों को संरक्षण प्राप्त था, इसलिए लंबे समय से इन पर कार्रवाई नहीं हो सकी।

आगे की कार्रवाई

ACB ने दोनों अधिकारियों से पूछताछ शुरू कर दी है और उनके खिलाफ जुटाए गए सबूतों के आधार पर अन्य संभावित मामलों की भी जांच की जा रही है। वहीं, विभागीय सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद अब दोनों को निलंबित किया जा सकता है और आंतरिक जांच भी शुरू होने की संभावना है।