राजस्थान के सरिस्का टाइगर रिजर्व की सफारी का पूरा प्लान, वीडियो में जानिए टिकट प्राइस, बेस्ट सीजन और पहुँचने का सबसे आसान तरीका

राजस्थान का सरिस्का टाइगर रिजर्व, अलवर जिले में स्थित एक प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्य है, जो न केवल बाघों के संरक्षण के लिए जाना जाता है, बल्कि अपने घने जंगल, ऐतिहासिक किले, समृद्ध जैव विविधता और शांत वातावरण के लिए भी पूरे भारत में मशहूर है। यह रिजर्व अरावली की पहाड़ियों में फैला हुआ है और दिल्ली-एनसीआर से नज़दीक होने के कारण यह एक परफेक्ट वीकेंड गेटवे भी बन गया है। अगर आप भी इस रिजर्व में घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो इस लेख में हम आपको बताएंगे सरिस्का घूमने का सबसे सही समय, यहाँ की यात्रा का किराया और पहुँचने के सबसे अच्छे रूट के बारे में।
सरिस्का टाइगर रिजर्व की खासियत
सरिस्का टाइगर रिजर्व को वर्ष 1978 में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत संरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया था। यह करीब 866 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और यहाँ बाघ, तेंदुआ, सियार, चीतल, सांभर, नीलगाय, जंगली सूअर, लंगूर, मगरमच्छ, और कई प्रकार की पक्षियों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं। इसके साथ ही यहाँ की पहाड़ियाँ, झीलें और प्राचीन मंदिर इस जगह को पर्यटन के लिए और भी खास बना देते हैं।सरिस्का में पांडुपोल हनुमान मंदिर, सरिस्का पैलेस, भानगढ़ किला, और कंकवाड़ी किला जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भी हैं, जिन्हें देखने के लिए पर्यटक यहां अक्सर आते हैं।
सरिस्का टाइगर रिजर्व घूमने का सही समय
सरिस्का में घूमने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच का होता है। इस दौरान मौसम सुहावना और ठंडा होता है, जिससे जंगल सफारी का अनुभव और भी आनंददायक हो जाता है। सर्दियों में जंगल के जानवर जलस्रोतों और खुली जगहों पर दिखाई देते हैं, जिससे बाघों और अन्य वन्य जीवों को देखने की संभावना बढ़ जाती है।वहीं गर्मियों (अप्रैल से जून) में तापमान बहुत अधिक हो जाता है और सफारी करना थोड़ा कठिन हो सकता है, हालांकि इस समय भी जानवर अक्सर पानी की तलाश में बाहर निकलते हैं। मानसून के मौसम (जुलाई से सितंबर) में पार्क बंद रहता है, क्योंकि बारिश के कारण रास्ते कीचड़युक्त और जोखिम भरे हो जाते हैं।
सरिस्का सफारी के लिए टिकट और किराया
सरिस्का टाइगर रिजर्व में दो तरह की सफारी होती हैं: जीप सफारी और कैंटर सफारी। ये सफारी सुबह और शाम के समय आयोजित की जाती हैं।
सफारी टाइमिंग:
सुबह की सफारी: सुबह 6:30 बजे से 10:30 बजे तक (मौसम के अनुसार बदलाव संभव)
शाम की सफारी: दोपहर 2:30 बजे से शाम 6 बजे तक
सफारी किराया (लगभग):
जीप सफारी (6 लोगों के लिए): ₹2500 - ₹3000 प्रति जीप (भारतीय पर्यटकों के लिए)
कैंटर सफारी (20 लोगों के लिए): ₹500 - ₹600 प्रति व्यक्ति
विदेशी पर्यटकों के लिए शुल्क: थोड़ा अधिक होता है
इसके अतिरिक्त, कैमरा शुल्क और गाइड शुल्क भी अलग से लिया जाता है।
ऑनलाइन बुकिंग: राजस्थान फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की आधिकारिक वेबसाइट या मान्यता प्राप्त ट्रैवल एजेंसी से सफारी की अग्रिम बुकिंग की जा सकती है, जिससे वीकेंड या छुट्टियों के दौरान सीट की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
सरिस्का पहुंचने का सबसे अच्छा रास्ता
सरिस्का टाइगर रिजर्व देश के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यहाँ आप सड़क, रेल और हवाई मार्ग से आसानी से पहुँच सकते हैं।
1. सड़क मार्ग (By Road):
सरिस्का जयपुर और दिल्ली से सीधी सड़क से जुड़ा है।
दिल्ली से दूरी: लगभग 200 किलोमीटर (4-5 घंटे)
जयपुर से दूरी: लगभग 110 किलोमीटर (2.5 घंटे)
दिल्ली, गुरुग्राम, अलवर और जयपुर से टैक्सी या निजी वाहन से पहुँचना बेहद सुविधाजनक है।
2. रेल मार्ग (By Train):
सरिस्का का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन अलवर जंक्शन है, जो रिजर्व से लगभग 37 किलोमीटर दूर है।
अलवर से सरिस्का के लिए टैक्सी, बस या प्राइवेट गाड़ियाँ आसानी से मिल जाती हैं।
3. हवाई मार्ग (By Air):
सरिस्का का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट है, जो करीब 110 किलोमीटर दूर स्थित है।
एयरपोर्ट से आप कैब या बस द्वारा सरिस्का पहुँच सकते हैं।
यात्रा से जुड़ी कुछ ज़रूरी बातें
जंगल सफारी के लिए पहले से बुकिंग कर लें, खासकर वीकेंड्स और छुट्टियों के दौरान।
सुबह की सफारी के लिए समय पर पहुँचें क्योंकि जंगल में देरी से प्रवेश नहीं दिया जाता।
खुली जीप में सफर करते समय हल्के गर्म कपड़े और टोपी/सनस्क्रीन का उपयोग करें।
खाने-पीने की व्यवस्था सीमित होती है, इसलिए पानी और हल्का स्नैक साथ रखें।