हनुमान जयंती पर करें दर्शन राजस्थान के इन 10 दिव्य मंदिरों के, जहां एकबार आते ही दूर जाते है भक्तों के सारे संकट

हनुमान जयंती का त्यौहार पूरे देश में आस्था और ऊर्जा के साथ मनाया जाता है। राजस्थान में कई हनुमान मंदिर हैं जो अपनी चमत्कारी शक्तियों और विशेषताओं के कारण भक्तों के बीच बहुत प्रसिद्ध हैं। यहां जानिए राजस्थान के 10 सबसे खास हनुमान मंदिरों के बारे में:
1. सालासर बालाजी (चूरू)
यहां मूंछ और दाढ़ी वाले हनुमान जी की दुर्लभ मूर्ति है। भक्त नारियल चढ़ाकर अपनी मनोकामना पूरी करते हैं।
2. मेहंदीपुर बालाजी (दौसा)
यह मंदिर प्रेत बाधा और तांत्रिक दोषों से मुक्ति के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है।
3. मोती डूंगरी बालाजी (जयपुर)
जयपुर शहर के बीचों-बीच स्थित इस मंदिर में हर मंगलवार को हजारों भक्तों की भीड़ उमड़ती है।
4. बग्गड़ बालाजी (सीकर)
राजसी स्वरूप में सिंहासन पर विराजमान बालाजी मानसिक शांति के लिए प्रसिद्ध हैं।
5. कनकधारा बालाजी (भीलवाड़ा)
पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर से पूरा शहर दिखाई देता है। यहां आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव किया जा सकता है।
6. काले हनुमान जी (जयपुर वॉल सिटी)
बच्चों को बुरी नजर से बचाने के लिए विशेष पूजा की जाती है और कलश बांटे जाते हैं।
7. पांडुपोल बालाजी (अलवर)
महाभारत काल से जुड़ा एक मंदिर, जहां बालाजी ने भीम का अहंकार तोड़ा था।
8. खोले के बालाजी (जयपुर)
300 साल पुरानी मूर्ति चट्टान को काटकर बनाई गई थी, अब इसने एक विशाल मंदिर का रूप ले लिया है।
9. वीर हनुमान, सामोद (जयपुर)
करीब 600 साल पुराना मंदिर, 1100 सीढ़ियां चढ़ने के बाद मिलते हैं चमत्कारी दर्शन।
10. पूर्वमुखी बालाजी, सांगानेर गेट (जयपुर)
यह मंदिर 13 मई 2008 को हुए बम धमाकों के बाद चर्चा में आया था। हाल ही में पीएम मोदी ने यहां गदा भेंट की थी। इन मंदिरों की मान्यता सिर्फ धार्मिक ही नहीं है, बल्कि चमत्कारी अनुभवों से भी जुड़ी है। यदि आप भक्ति और शांति की तलाश में हैं, तो इन स्थानों पर अवश्य जाएँ।