सर्वदलीय बैठक में नहीं बुलाए जाने पर भड़के हनुमान बेनीवाल, पीएम मोदी को टैग कर लिखी ये बात

आरएलपी (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी) नेता और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने गुरुवार को केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में आमंत्रित नहीं किए जाने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर अपने विचार व्यक्त किए।
"छोटी पार्टियों को आमंत्रित नहीं किया गया"
हनुमान बेनीवाल ने लिखा, "प्रधानमंत्री @narendramodi जी, संसदीय कार्य मंत्री के पूर्व हैंडल से मीडिया के माध्यम से पता चला कि सरकार ने कल सर्वदलीय बैठक बुलाई है। पिछली बार पहलगाम आतंकी हमले के बाद भी ऐसी बैठक में छोटे दलों को नहीं बुलाया गया था। इस बार भी छोटे दलों को नहीं बुलाया गया। ऐसे में यह सर्वदलीय बैठक कैसे हो सकती है?"
"बैठक का नाम 'सर्वदलीय' क्यों रखा गया है?"
उन्होंने आगे कहा, "जब लोकसभा सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक होती है, तो संसद में सांसदों वाली हर पार्टी को आमंत्रित किया जाता है। तभी इसे सही मायने में सर्वदलीय बैठक कहा जा सकता है। इस बैठक को 'सर्वदलीय' नाम क्यों दिया गया है?"
"सरकार को हर पक्ष की बात सुननी चाहिए"
बेनीवाल ने कहा, "आतंकवाद के खिलाफ हर कार्रवाई में हम सरकार के साथ हैं। यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है। ऐसे में सरकार को हर दल की बात सुननी चाहिए। लेकिन इस बार भी छोटे दलों की भूमिका को नजरअंदाज किया गया है, जैसा कि लोकसभा की बीएसी (कार्य मंत्रणा समिति) में हो रहा है।"
उन्होंने पूछा, "मैं फिर कहना चाहूंगा कि पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ सरकार के साथ खड़ा है। लेकिन क्या लोकतंत्र में राष्ट्रीय मुद्दों पर छोटे दलों के विचारों को नजरअंदाज करना सही है? मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इसका जवाब जरूर देंगे।"
भारतीय सेना ने शुरू किया 'ऑपरेशन सिंदूर'
भारतीय सेना ने बुधवार (7 मई) को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर छापेमारी कर 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। पाकिस्तान की ओर से एलओसी पर लगातार गोलीबारी हो रही है, जिसके बाद केंद्र सरकार पूरी तरह सतर्क हो गई है।
सर्वदलीय बैठक बुलाई गई
इस संदर्भ में गुरुवार सुबह 11 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है, जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू भी मौजूद रहेंगे। इस बैठक में विपक्ष को जवाबी कार्रवाई और आगे की रणनीति के बारे में जानकारी दी जाएगी।