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हाड़ौती बनेगा वाइल्डलाइफ टूरिज्म का हॉटस्पॉट, मुकुंदरा रिजर्व में रणथंभौर से आएगा बाघ और MP के कन्हा से बाघिन

हाड़ौती बनेगा वाइल्डलाइफ टूरिज्म का हॉटस्पॉट, मुकुंदरा रिजर्व में रणथंभौर से आएगा बाघ और MP के कन्हा से बाघिन
 
हाड़ौती बनेगा वाइल्डलाइफ टूरिज्म का हॉटस्पॉट, मुकुंदरा रिजर्व में रणथंभौर से आएगा बाघ और MP के कन्हा से बाघिन

राजस्थान का हाड़ौती इलाका वाइल्डलाइफ टूरिज्म का नया हब बनने वाला है। इसकी टाइगर सैंक्चुअरी जल्द ही टाइगर्स से भर जाएगी। बूंदी की रामगढ़ सैंक्चुअरी में बाघिनों के आने के बाद, कोटा की मुकुंदरा टाइगर सैंक्चुअरी भी तैयार है। रणथंभौर से एक बाघिन को दूसरी जगह लाया जाएगा, और मध्य प्रदेश के कान्हा या बांधवगढ़ से एक मादा बाघिन लाई जाएगी। इस कदम से टूरिस्ट्स को अट्रैक्ट किया जाएगा और इलाके की इकॉनमी को बढ़ावा मिलेगा।

रामगढ़ सैंक्चुअरी की सफलता से इंस्पायर होकर, मध्य प्रदेश के पेंच से एक बाघिन को एयरलिफ्ट करके बूंदी की रामगढ़ टाइगर सैंक्चुअरी लाया गया। इससे इलाके में वाइल्डलाइफ पॉपुलेशन बढ़ी है। मुकुंदरा सैंक्चुअरी में भी ऐसी ही कोशिशें चल रही हैं। इस महीने के आखिर तक रणथंभौर से एक बाघिन को छोड़ने का प्लान है। इसे 82 sq km एरिया में छोड़ा जाएगा, जहां पहले से ही एक मादा बाघिन, अन्वी, रहती है। अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क से एक बाघिन को छोड़ने का भी प्लान है। मुकुंदरा में अभी एक नर, तीन मादा और एक शावक है।

माइग्रेशन की पूरी तैयारी
मुकुंदरा टाइगर रिजर्व टीम ने सारे इंतज़ाम कर लिए हैं। बाघिन को कोटा के पुराने एयरपोर्ट या गिरधरपुरा गांव के हेलीपैड पर एयरलिफ्ट किया जाएगा। फिर उसे रावठा के पास एक एनक्लोजर में रखा जाएगा। सफारी रूट को बेहतर बनाने का काम चल रहा है। टूरिस्ट को वाइल्डलाइफ, हाड़ौती की विरासत और नेचर से जोड़ने के लिए नए रूट पहचाने जा रहे हैं। टूरिज्म रोडमैप भी आखिरी स्टेज में है।

टूरिस्ट के लिए एक अनोखा अनुभव
हाड़ौती राजस्थान का अकेला ऐसा इलाका है जहां पानी और जंगल सफारी के ज़रिए वाइल्डलाइफ देखने का बहुत पोटेंशियल है। मुकुंदरा में टूरिज्म शुरू हो गया है। सर्दियों में यहां देसी और विदेशी पक्षी आते हैं। वेटलैंड पक्षियों से भरे रहते हैं, जो टूरिस्ट को बहुत पसंद आते हैं। चंबल नदी पर सफारी के दौरान जानवरों को भी देखा जा सकता है। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट पब्लिसिटी पर ज़ोर दे रहा है। बाघों की बढ़ती आबादी से पूरे देश में इस इलाके की खास पहचान और बनेगी।