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अमरनाथ कहे जाने वाले परशुराम महादेव मंदिर के लिए भव्य कांवड़ यात्रा

अमरनाथ कहे जाने वाले परशुराम महादेव मंदिर के लिए भव्य कांवड़ यात्रा
 
अमरनाथ कहे जाने वाले परशुराम महादेव मंदिर के लिए भव्य कांवड़ यात्रा

रविवार को राजसमंद जिला मुख्यालय से परशुराम महादेव मंदिर तक एक भव्य कांवड़ यात्रा का आयोजन किया गया, जिसे लेकर श्रद्धालुओं में जोश और श्रद्धा का माहौल था। यह यात्रा "हर हर महादेव" और "बोल बम" के जयकारों से गूंज उठी। यात्रा श्री गुप्तेश्वर महादेव मंदिर, कांकरोली से शुरू हुई, जहां 200 से अधिक कांवड़ियों ने विधिवत जलाभिषेक किया और भगवान शिव के दर्शन करने के लिए यात्रा की शुरुआत की।

कांवड़ियों की श्रद्धा और उत्साह

इस कांवड़ यात्रा में शामिल कांवड़ियों का उत्साह देखते ही बनता था। कांवड़ियों ने सजा-धजा जल पात्र (कांवड़) अपने कंधों पर रखा था और पूरे रास्ते में शिव के जयकारे लगाते हुए बढ़ रहे थे। यात्रा के दौरान रुक-रुक कर विभिन्न धार्मिक स्थानों पर पूजा-अर्चना की गई और जलाभिषेक की परंपरा निभाई गई। इस यात्रा को लेकर इलाके में भारी संख्या में लोग इकट्ठा हुए, जिनमें महिलाएं, पुरुष और बच्चे भी शामिल थे।

महत्वपूर्ण धार्मिक यात्रा

परशुराम महादेव मंदिर को अमरनाथ के नाम से जाना जाता है और यह क्षेत्र श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। परशुराम महादेव मंदिर में जलाभिषेक के लिए कांवड़ियों का यह आयोजन हर वर्ष बड़े धूमधाम से किया जाता है। कांवड़ यात्रा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह क्षेत्र की सांस्कृतिक और सामाजिक एकता को भी प्रदर्शित करती है।

स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था

इस धार्मिक आयोजन को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग ने सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की थी। मार्ग पर अव्यवस्था से बचने के लिए ट्रैफिक व्यवस्था भी ठीक से की गई थी, ताकि कांवड़ियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। यात्रा के दौरान स्वास्थ टीम भी मौजूद थी, जो किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार थी।

यात्रा का समापन और श्रद्धालुओं का आशीर्वाद

कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालु पूरी श्रद्धा और भावनाओं के साथ अपने रास्ते पर बढ़े। यात्रा का समापन परशुराम महादेव मंदिर में हुआ, जहां कांवड़ियों ने भगवान शिव के दर्शन कर और जलाभिषेक करके अपनी आस्था को पूर्ण किया। इस अवसर पर स्थानीय लोग भी मंदिर में आकर पूजा अर्चना में भागीदार बने और क्षेत्र में सुख-शांति की कामना की।