डोनेट हुए ब्लड की रियल टाइम मॉनिटरिंग करेगी सरकार, 2 मिनटके वीडियो में समझे GPS ट्रैकिंग से कैसे रुकेगीड की कालाबाजारी
देशभर में होने वाले ब्लड डोनेशन कैंप्स में अब पारदर्शिता और निगरानी की व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। सरकार ने एक नई डिजिटल प्रणाली लागू करने की तैयारी की है, जिसके तहत ब्लड डोनेशन कैंप में एकत्र होने वाले हर यूनिट ब्लड और उसे डोनेट करने वाले व्यक्ति की जानकारी रियल टाइम में ऑनलाइन पोर्टल पर अपडेट की जाएगी। इसका उद्देश्य ब्लड डोनेशन प्रक्रिया में पारदर्शिता लाना और ब्लड की काला बाजारी पर पूरी तरह से अंकुश लगाना है।
डोनेशन का डेटा होगा डिजिटल
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, अब ब्लड डोनेशन कैंप के आयोजकों को हर ब्लड डोनर का नाम, संपर्क विवरण, ब्लड ग्रुप, और यूनिट संख्या को एक सरकारी पोर्टल पर रजिस्टर करना होगा। यह पूरी प्रक्रिया रियल टाइम में डिजिटल रूप से अपडेट की जाएगी, ताकि किसी भी स्तर पर कोई गड़बड़ी न हो सके।
चोरी-छिपे ब्लड बेचने पर लगेगा लगाम
इस डिजिटल मॉनिटरिंग सिस्टम का सबसे बड़ा उद्देश्य यह है कि कैंप में एकत्र होने वाले ब्लड को किसी निजी अस्पताल या व्यक्ति को अवैध रूप से बेचा न जा सके। पहले ऐसी कई घटनाएं सामने आई थीं, जहां ब्लड डोनेशन कैंप में एकत्र ब्लड को चुपचाप प्राइवेट संस्थानों को बेच दिया जाता था, जिससे न केवल कानून का उल्लंघन होता था बल्कि जरूरतमंद मरीजों को ब्लड समय पर नहीं मिल पाता था।
जीपीएस ट्रैकिंग से ब्लड मूवमेंट पर नजर
ब्लड डोनेशन कैंप से ब्लड को जब नजदीकी ब्लड बैंक में भेजा जाएगा, तो उसकी जीपीएस ट्रैकिंग भी की जाएगी। ब्लड ले जाने वाले वाहन की लोकेशन, मूवमेंट और समय की जानकारी सिस्टम में रजिस्टर होगी, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि ब्लड सही समय पर सही स्थान पर पहुंचे और बीच में कोई छेड़छाड़ न हो।
स्वास्थ्य मंत्रालय की सख्ती
स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकारों और जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को इस प्रणाली को जल्द से जल्द लागू करने के निर्देश दिए हैं। इस पहल के तहत सभी अधिकृत ब्लड डोनेशन कैंप आयोजकों को पूर्व अनुमति के साथ ही अपना डेटा डिजिटल रूप से प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
विशेषज्ञों का कहना
स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम ब्लड की उपलब्धता, क्वालिटी और पारदर्शिता को बेहतर बनाने में मदद करेगा। साथ ही इससे जरूरतमंद मरीजों तक समय पर ब्लड पहुंचाने में भी सहूलियत होगी।
