पुलिसकर्मियों से 50 करोड़ की ठगी में सरकारी टीचर अरेस्ट, वीडियो में जानें पुलिस से बचने के लिए कैसे बलदता था हुलिया

राजस्थान के अजमेर जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां करोड़पति बनने का लालच देकर 100 से ज्यादा पुलिसकर्मियों से करीब 50 करोड़ रुपये की ठगी की गई है। इस हाई-प्रोफाइल ठगी की स्क्रिप्ट दो सगे भाइयों ने मिलकर लिखी — जिनमें से एक पुलिस कांस्टेबल है, जबकि दूसरा सरकारी शिक्षक।
इस मामले में करौली निवासी शिक्षक कुलदीप मीणा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कुलदीप लंबे समय से फरार चल रहा था और गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार अपनी पहचान, जगह और हुलिया बदलता रहा। पुलिस ने उसे बड़ी मशक्कत के बाद ट्रैक कर धर दबोचा।
करोड़पति बनने का सपना बना जाल
जानकारी के मुताबिक, कुलदीप मीणा और उसके भाई ने एक ऐसा निवेश प्लान तैयार किया, जिसमें “कम समय में ज्यादा मुनाफा” देने का झांसा देकर पुलिसकर्मियों को फंसाया गया। इस स्कीम के तहत निवेश करने वाले को कुछ ही महीनों में कई गुना पैसा लौटाने का वादा किया गया। चूंकि आरोपियों में से एक खुद पुलिसकर्मी था, इसलिए भरोसा करना आसान हो गया और धीरे-धीरे बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी इस प्लान में निवेश करते चले गए।
निवेश की शुरुआत छोटी रकम से हुई, लेकिन "रिटर्न" दिखाकर विश्वास बढ़ाया गया और फिर करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया गया। पीड़ितों में राजस्थान पुलिस के कांस्टेबल से लेकर हेड कांस्टेबल स्तर तक के अधिकारी शामिल हैं।
आरोपी शिक्षक बार-बार बदल रहा था हुलिया
गिरफ्तार शिक्षक कुलदीप मीणा काफी समय से पुलिस को चकमा दे रहा था। वह मोबाइल फोन का इस्तेमाल सीमित करता था, अलग-अलग शहरों में किराये के मकान में ठहरता और बार-बार हुलिया व पहनावे में बदलाव करता था ताकि पहचान से बच सके। पुलिस की एक विशेष टीम ने तकनीकी सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से उसकी लोकेशन ट्रैक की और उसे पकड़ने में कामयाबी हासिल की।
अब तक की जांच में क्या सामने आया?
पुलिस के अनुसार, इस फर्जीवाड़े में कई और नाम सामने आ सकते हैं, क्योंकि आरोपी भाइयों ने पैसे इकट्ठा करने के लिए कई स्तर की चेन सिस्टम तैयार की थी। जांच में यह भी पाया गया है कि आरोपी ठगे गए पैसों से महंगी गाड़ियाँ, प्रॉपर्टी और सोना खरीद चुका है। पुलिस अब इन संपत्तियों को ज़ब्त करने की प्रक्रिया में है।
पीड़ित पुलिसकर्मियों में ग़ुस्सा
इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस महकमे में आक्रोश की लहर है। कई पीड़ितों ने शिकायत दर्ज करवाई है और कुछ ने यह भी आरोप लगाया है कि उन्हें धमकाकर चुप रहने को कहा गया था।