पेपरलीक में शामिल सरकारी टीचर ने बेटे-बहू को पढ़ाया पेपर, वायरल फुटेज में देखे शिक्षा विभाग ने उठाया सख्त कदम
पेपरलीक मामले में गिरफ्तार हुए ग्रेड थर्ड टीचर राजेंद्र कुमार यादव को बुधवार को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। राजेंद्र कुमार यादव को पेपरलीक मामले में 22 फरवरी 2024 को गिरफ्तार किया गया था। एसओजी की ओर से हुई जांच में सामने आया कि जयपुर के कुमावत कॉलोनी झोटवाड़ा में रहने वाले राजेंद्र कुमार यादव ने अपने बेटे और बहू को भी जेईएएन और शिक्षक भर्ती का पेपर पढ़वाया था।

जयपुर न्यूज़ डेस्क - पेपर लीक मामले में गिरफ्तार तृतीय श्रेणी शिक्षक राजेंद्र कुमार यादव को बुधवार को सरकारी सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। राजेंद्र कुमार यादव को एसओजी ने 20 फरवरी 2024 को जेईएन भर्ती परीक्षा-2020 में मिलीभगत सामने आने के बाद गिरफ्तार किया था। शिक्षा विभाग ने उसी दिन यादव को निलंबित कर दिया था। इसके बाद एसआई भर्ती परीक्षा-2021 में भी राजेंद्र कुमार यादव की मिलीभगत सामने आई थी। एसओजी जांच में सामने आया कि जयपुर के जोतवाड़ा में कुमावत कॉलोनी में रहने वाले राजेंद्र कुमार यादव ने जेईएन और शिक्षक भर्ती का पेपर अपने बेटे और बहू को भी पढ़ाया था।
अब जिला शिक्षा अधिकारी (मुख्यालय) सुनील कुमार सिंघल ने आदेश जारी कर उसे बर्खास्त कर दिया है। सिंघल ने आदेश में लिखा- शहीद मेजर दिग्विजय सिंह सुमाल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, खातीपुरा, जयपुर में पदस्थापित राजेंद्र कुमार यादव, जो वर्तमान में निलंबित हैं, ने पेपर लीक करने जैसा अवैधानिक और अनैतिक कार्य किया, जो गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। उन्हें आगे सरकारी सेवा में बनाए रखना अवांछनीय होगा। ऐसे में राजस्थान सिविल सेवा नियम 1958 के नियम 19 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राजेंद्र कुमार यादव को तत्काल प्रभाव से राज्य सेवा से बर्खास्त किया जाता है।
जेईएन से एसआई, शिक्षक भर्ती और आरओ-ईओ परीक्षा के पेपर लीक में शामिल था
एसओजी जांच में सामने आया कि राजेंद्र कुमार यादव जिस स्कूल में तैनात था, वह भर्ती परीक्षाओं का केंद्र था। यहां उसे परीक्षा सह प्रभारी का प्रभार दिया गया था। इसके बाद 2022 में उसे परीक्षा प्रभारी का प्रभार दिया गया।जांच में सामने आया कि राजेंद्र कुमार जिस स्कूल में तैनात था, वहां पंकज चौधरी उर्फ यूनिक भांबू प्रतियोगी परीक्षाओं में बच्चों के मोबाइल रखता था। इसी दौरान उसका परिचय पंकज चौधरी से हुआ। पेपर लीक में पकड़ा गया जगदीश विश्नोई यूनिक भांबू को पहले से जानता था। राजेंद्र के यूनिक से परिचय के बाद वह भी इस गिरोह में शामिल हो गया। इसमें लाइब्रेरियन शिवरतन मोट भी शामिल था।जेईएन भर्ती परीक्षा में राजेंद्र यादव परीक्षा सह प्रभारी था। इसके चलते उसने स्ट्रांग रूम में रखे पेपर को लीक करने के लिए यूनिक भांबू को स्कूल में एंट्री दी। इसके बाद यूनिक ने मोबाइल से फोटो खींचकर पेपर जगदीश विश्नोई को भेजा।
एसआई भर्ती परीक्षा 2021 का पेपर भी हुआ लीक
एसओजी की जांच में सामने आया कि राजेंद्र कुमार यादव ने इस गिरोह के साथ मिलकर एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक किया था। राजेंद्र कुमार यादव ने शांति नगर हसनपुरा स्थित रविंद्र बाल भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल में तैनात अकाउंटेंट राजेश खंडेलवाल के साथ मिलकर एसआई भर्ती-2021 का पेपर लीक किया था।राजेंद्र ने जेईएन भर्ती का पेपर अपने बेटे को भी पढ़ाया था। इसमें उसका चयन हुआ और वह वर्तमान में पीडब्ल्यूडी विभाग में पदस्थ है। राजेंद्र ने ग्रेड फर्स्ट टीचर का पेपर अपने बेटे की पत्नी विनीता को भी पढ़ाया था। उसका भी चयन हुआ और वह भी महारानी स्कूल में पदस्थ है।
एसआई में चयनित बेटे की ज्वाइनिंग से किया इंकार एसओजी जांच में पता चला कि राजेंद्र कुमार के बेटे सिद्धार्थ को भी एसआई भर्ती-2021 परीक्षा से पहले हल किया गया पेपर पढ़ाया गया था। एसओजी पूछताछ में राजेंद्र ने बताया कि उसने सिद्धार्थ को एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर पढ़ाया था। उसने यह पेपर जगदीश विश्नोई से लिया था। 15 मार्च 2021 को परीक्षा से पहले यह पेपर वॉट्सऐप पर आया था। सिद्धार्थ का इसमें चयन भी हो गया। लेकिन, पेपर लीक और नकल की खबर आने के बाद उसने बेटे को ज्वाइनिंग से मना कर दिया।